logo-image

आ गई कोरोना की वैक्सीन, ब्रिटेन में अगले हफ्ते से शुरू होगा टीकाकरण

कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी खुशखबरी सामने आई है. अमेरिका और यूरोपीय संघ के फैसले से पहले फाइजर और बायोएनटेक की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी देने वाला यूनाइटेड किंगडम पहला पश्चिमी देश बन गया है.

Updated on: 02 Dec 2020, 01:28 PM

लंदन:

कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी खुशखबरी सामने आई है. अमेरिका और यूरोपीय संघ के फैसले से पहले फाइजर और बायोएनटेक की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी देने वाला यूनाइटेड किंगडम पहला पश्चिमी देश बन गया है. यह वैक्सीन अगले हफ्ते से ब्रिटेन में उपलब्ध होगा.

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही फाइजर (Pfizer) ने ऐलान किया था कि उसने कोरोना वायरस (COVID-19) की वैक्सीन तैयार कर ली है. उसने यह भी बताया कि यह वैक्सीन 96 फीसद असरदार है. 

यह भी पढ़ेंः क्या आपको भी जानने हैं कोरोना वैक्सीन के इन 5 सवालों के जवाब? 

वैक्सीन की क्या होगी कीमत 
अमेरिकी कंपनी फाइजर (Phizer) ने जर्मनी की बायोएनटेक के साथ मिलकर कोरोना की वैक्‍सीन तैयार की है. इस वैक्सीन के फेज-3 के ट्रायल 95 फीसद तक असरदार रहे हैं. अभी तक जितनी भी वैक्सीन के ट्रायल हुए हैं उनमें सबसे असरदार यही वैक्सीन रही है. इस वैक्सीन की सबसे बड़ी कमी यह है कि इसे शून्‍य से भी कम तापमान (-70 डिग्री सेल्सियस) पर स्‍टोर करना पड़ता है जो इसकी सबसे बड़ी खामी है. अन्य वैक्सीन की तुलना में इसकी कीमत भी अधिक है. कंपनी ने अमेरिकी सरकार के साथ 19.50 डॉलर में एक डोज के हिसाब से डील की है, ऐसे में खुले बाजार में वैक्‍सीन की कीमत इससे दोगुनी तक हो सकती है. अमेरिकी फार्मा कंपनी Moderna Inc ने बताया है कि उसकी कोरोना वायरस वैक्सीन के लिए सरकारों को एक खुराक की कीमत 25 (1,854 रुपये) से 37 (2,744 रुपये) डॉलर देनी होगी. वहीं दूसरी तरफ भारत में बन रही कोविशील्ड सरकार को कम कीमत (3 से 4 डॉलर यानी 225-300 रुपये) में मिलेगी. ऐसा इसलिए क्योंकि सरकार बहुत ज्यादा मात्रा में इसकी डोज खरीदेगा. माना जा रहा है कि आम आदमी को यह बाजार में 500 से 600 रुपये के बीच मिल जाएगा.  

यह भी पढ़ेंः किसान प्रदर्शन में शाहीन बाग को हवा देने वाले भी पहुंचे, खुफिया अलर्ट

कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट भी हैं?
आमतौर पर जब भी कोई वैक्सीन तैयार की जाती है तो उसके लिए लंबी प्रक्रिया तय की जाती है. इसमें कई साल तक लग जाते हैं. हालांकि कोरोना वैक्सीन को कुछ महीनों में ही तैयार किया गया है. वैक्सीन के बनाने में भले ही सुरक्षा के सभी पहलुओं को ध्या में रखा गया हो लेकिन हर इंसान पर इसका कैसा असर होगा, इसके नतीजे आने में लंबा वक्त लगेगा. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक लोगों में कोरोना वैक्सीन के नतीजे कैसे रहेंगे और इससे अगर किसी को साइड इफैक्ट होते हैं तो इसके नजीते आने में समय लगेगा. अधिकतर कोविड वैक्‍सीन डबल डोज वाली ही हैं. अभी तक हुए ट्रायल में हल्‍के साइड इफेक्‍ट्स ही सामने आए हैं. हालांकि साइड इफेक्‍ट्स आम बात हैं जब तक वे जानलेवा न हों.