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पाकिस्तान को उसके ही प्रांत ने मारा तमाचा, गिलगित-बालटिस्तान ने भी खुद को भारत का हिस्सा माना

पाकिस्तान के एक प्रांत गिलगित-बालटिस्तान ने भी अपने को भारत का हिस्सा बता पाकिस्तान (Pakistan) की यूएनएचआरसी में कलई खोल कर रख दी है.

Updated on: 11 Sep 2019, 05:08 PM

highlights

  • गिलगित-बालटिस्तान ने भी अपने को भारत का हिस्सा बता पाकिस्तान की यूएनएचआरसी में कलई खोली.
  • पाकिस्तान सेना गिलगित-बालटिस्तान में आजादी के संघर्ष को दबाने के लिए अत्याचार कर रही है.
  • पाकिस्तान ही गिलगित-बालटिस्तान के भारत में विलय को लेकर 70 सालों से बड़ी रुकावट बना.

जिनेवा:

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNHRC) में कश्मीर में कथित मानवाधिकारों के हनन का दुष्प्रचार कर भारत को घेरने वाले पाकिस्तान के लिए इससे बड़ा तमाचा और कुछ और नहीं हो सकता. पाकिस्तान के एक प्रांत गिलगित-बालटिस्तान ने भी अपने को भारत का हिस्सा बता पाकिस्तान (Pakistan) की यूएनएचआरसी में कलई खोल कर रख दी है. रोचक बात यह है कि यह 'सच्चाई' किसी और ने नहीं, बल्कि गिलगित-बालटिस्तान (Gilgit-Baltistan) के ही कार्यकर्ता ने कही, जो यूएनएचआरसी के सत्र में पाकिस्तान की कलई खोल रहे थे.

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पाकिस्तान गिलगित-बालटिस्तान में कर रहा अत्याचार
जिनेवा (Geneva) में चल रहे संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के हालिया सत्र में बोलते हुए गिलगित-बालटिस्तान के कार्यकर्ता सेंगे एच सेरिंग ने भारत के अखंड हिस्से जम्मू-कश्मीर को अपना बताने वाले पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सेना (Pakistan Army Atrocities) गिलगित-बालटिस्तान में आजादी के संघर्ष को दबाने के लिए अत्याचार कर रही है. लोगों को गायब किया जा रहा है और हत्याओं का तो अंदाजा ही नहीं लगाया जा सकता. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र (United Nations) को समझना चाहिए कि यह पाकिस्तान ही है, जो गिलगित-बालटिस्तान के भारत में विलय को लेकर 70 सालों से बड़ी रुकावट बना हुआ है.

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कश्मीर पर आसमान सिर पर उठाए है पाक
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) से धारा 370 (Article 370) हटाने संबंधी भारत के इस आंतरिक मामले को लेकर पाकिस्तान आसमान सिर पर उठाए हुए है. तमाम वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान के हुक्मरान खासकर वजीर-ए-आजम इमरान खान (Imran Khan) कश्मीर मसला उठा उस पर परमाणु हमले (Nuclear Attack) की धमकी तक दे चुके हैं. यह अलग बात है कि उलटे पाकिस्तान को ही नसीहत देकर तमाम देशों ने उससे संयम से काम लेते हुए भारत से बातचीत कर मामले को हल करने की सलाह ही दी है.

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पाक के विदेश मंत्री को मिला माकूल जवाब
इसके बावजूद पाकिस्तान ने एक बार फिर यूएनएचआरसी में कश्मीर राग अलापा. मंगलवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) ने संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर को एक तरह से भारत का आंतरिक मामला मानते हुए वैश्विक समुदाय से हस्तक्षेप की गुजारिश की. पाकिस्तान का प्रमुख आधार जम्मू-कश्मीर में कथित मानवाधिकारों (Human Rights Violation) का ही हनन था. इसके बाद भारतीय पक्ष में पाकिस्तान पर आतंक को खुलेआम प्रोत्साहित देने की बात कह उसके दावों की परखच्चे उड़ा दिए.

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अब गिलगित-बालटिस्तान ने माना भारत का हिस्सा
इस कड़ी में बुधवार को एक बड़ा तमाचा गिलगित-बालटिस्तान से लगा, जब उसकी आजादी के लिए संघर्ष कर रहे कार्यकर्ता सेंगे एच सेरिंग ने पाकिस्तान की ही कलई खोल कर रख दी. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से पाक अधिकृत प्रांतों खासकर गिलगित-बालटिस्तान और बलूचिस्तान में आजादी के संघर्ष पर ध्यान केंद्रित करने को कहा. उनका साफ-साफ आरोप था कि पाकिस्तान ही पीओके समेत अन्य प्रांतों के भारत में विलय को लेकर अड़ंगा डाल रहा है.