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गाजा पट्टी में लोगों को नहीं मिल रही आइसक्रीम, सप्लाई का संकट गहराया

भीषण गर्मी के प्रकोप के बीच आइसक्रीम की बेतहाशा बढ़ी मांग के बावजूद दुकानदार उसे पूरा करने में असमर्थ हैं. इसके पीछे गाजा पट्टी में लंबे-लंबे समय तक बिजली कटौती को जिम्मेदार बताया जा रहा है, जिसकी वजह से आइसक्रीम पिघल कर नष्ट हो जा रही है.

Updated on: 29 Aug 2022, 01:56 PM

highlights

  • भीषण गर्मी के प्रकोप के बीज गाजा पट्टी में हो रही जबर्दस्त बिजली कटौती
  • इस कारण दुकानदारों के पास रखी आइसक्रीम पिघल कर हो रही नष्ट
  • घाटे से बचने के लिए तमाम दुकानदारों ने आइसक्रीम की बिक्री बंद कर दी

गाजा सिटी:

लंबे-लंबे समय तक हो रही बिजली कटौती से गाजा पट्टी में टनों आइसक्रीम पिघल जा रही है. इसकी वजह से दुकानदारों को उसकी बिक्री बंद करनी पड़ी है. यह स्थिति भीषण गर्मी के प्रकोप के बीच आई है, जब आइसक्रीम (Icecream) की मांग में बेतहाशा इजाफा हुआ है. इन दिनों गाजा (Gaza) पट्टी में औसत तापमान 34 डिग्री चल रहा है. गर्मी के मौसम में इजरायल (Israel) और मिस्र (Egypt) के बीच संकरे तटीय क्षेत्र गाजा पट्टी में आइसक्रीम तन-मन को शीतलता देने का सस्ता साधन है. गाजा पट्टी की लगभग 23 लाख की आबादी है. एक सुपर मार्केट के मालिक फाउद अवदल्लाह कहते हैं, 'गर्मी में आइसक्रीम की बेतहाशा मांग बढ़ गई है, लेकिन बिजली कटौती (Power Cut) की वजह से आधी आइसक्रमी पिघल जा रही है. ऐसे में हम और क्या कर सकते हैं? घाटे पर घाटा तो नहीं उठा सकते.'

मांग और आपूर्ति में भारी अंतर
गाजा पट्टी को गर्मी के जून, जुलाई और अगस्त के तीन महीनों में लगभग 500 मेगावॉट बिजली की जरूरत हर रोज पड़ती है. इस मांग को पूरा करने के लिए गाजा पट्टी को इजरायल से 120 मेगावॉट बिजली मिलती है, तो स्थानीय स्तर पर महज एक पावर प्लांट से 60 मेगावॉट. मांग और आपूर्ति में इस भारी अंतर की वजह से जबर्दस्त बिजली कटौती करनी पड़ रही है. घरों को हर रोज 11 घंटे ही बिजली की आपूर्ति हो पा रही है, वह भी एकमुश्त नहीं रुक-रुक कर. बिजली कटौती का सामना दुकानदारों को भी करना पड़ रहा है. सभी दुकानदारों के लिए संभव नहीं है कि वह बेहद महंगा पड़ने वाला जेनरेटर का उपयोग कर सकें. 

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जेनरेटर इस्तेमाल करने वालों ने बढ़ा दिए आइसक्रीम के दाम
गाजा पट्टी की बेहद लोकप्रिय आइसक्रीम शॉप कज़म के मालिक मोहम्मद अबु शबन अपना बिजनेस चलाने के लिए बेहद मंहगे विकल्प जेनरेटर पर निर्भर हैं. वह बताते हैं, 'बिजली कटौती होने पर एक मिनट भी जेनरेटर बंद नहीं कर सकते हैं.' गाजा में आइसक्रीम की किल्लत और उसकी मांग को सैली अबु एल-हज के उदाहरण से भी समझा जा सकता है. नसीरत रिफ्यूजी कैंप में रहने वाली सैली अबु कज़म की आइसक्रीम खाने के लिए गाजा सिटी सेंटर तक 13 किमी का सफर तय करती हैं, क्योंकि अन्य दुकानदारों ने इसकी बिक्री ही बंद कर दी है. इस कारण जो दुकानदार आइसक्रीम बेच भी रहे हैं, उन्होंने उसके दाम बढ़ा दिए हैं.