जी-20 बैठक में पीएम मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ सुझाए 10 सूत्र

जर्मनी में हो रहे G-20 की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इसको खत्म करने के लिये इस पर ऐक्शन प्लान बनाने की ज़रूरत है।

जर्मनी में हो रहे G-20 की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इसको खत्म करने के लिये इस पर ऐक्शन प्लान बनाने की ज़रूरत है।

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pradeep tripathi
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जी-20 बैठक में पीएम मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ सुझाए 10 सूत्र

जर्मनी में हो रहे G-20 की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इसको खत्म करने के लिये इस पर ऐक्शन प्लान बनाने की ज़रूरत है और उन्होने इसके खात्मे के लिये सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा कि इनतका एक ही उद्देश्य है वो है नफरत और नरसंहार।

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पाकिस्तान को घेरते हुए उन्होंने कहा कि कुछ देश आतंकवादियों का इस्तेमाल राजनीतिक लक्ष्य को पाने के लिये कर रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तानी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट और अलकायदा से कम नहीं हैं।

आइये जानते हैं कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में क्या कहा:

1. मिडल-ईस्ट में दाएश, अलकायदा, दक्षिण एशिया में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हक्कानी नेटवर्क और नाइजीरिया में बोको हरम आज के आतंकवाद से जुड़े कुछ नाम हैं। इनकी मूल विचारधारा सिर्फ नफरत और नरसंहार है।

2. पीएम ने कहा कि आतंकी साइबर स्पेस का इस्तेमाल आज की युवा पीढ़ी को भ्रमित करने और अपने संगठनों में उनकी भर्ती के लिए कर रहे हैं।

3. कुछ देश राजनीतिक उद्देश्य के लिये आतंकवादियों का इस्तेमाल कर रहे हैं।

4. आतंक के खिलाफ रिस्पॉंस की बात करें तो देशों के नटवर्क की संख्या कम है, जबकि आतंकियों का नेटवर्क बेहतर है। इनके खिलाफ कार्रवाई में सिर्फ राष्ट्रीय दृष्टिकोण ही देखा जाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के खात्मे के लिये 10 सुझाव भी दिये:

1. आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई ज़रूरी है। ऐसे देशों के अधिकारियों का G-20 सम्मेलन में प्रवेश पर प्रतिबंध जरूरी।

2. संदिग्ध आतंकवादियों की सूची का जी-20 देशों के बीच लेन-देन होना चाहिये और उन आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ साझी कार्रवाई ज़रूरी है।

3. आतंकवादियों से संबंधित प्रभावकारी सहयोग के लिए कानूनी प्रक्रिया जैसे कि प्रत्यर्पण को सरल और ज्यादा तेज गति का बनाना

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4. अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक सम्मेलन को शीघ्र अपनाये जाने की ज़रूरत है।

5. यूनाइटेड नेशन सिक्यॉरिटी काउंसिल रेजोल्यूशन तथा अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रक्रियाओं को प्रभावी ढंग से लागू करना।

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6. कट्टरता के खिलाफ कार्यक्रमों पर जी-20 द्वारा साझा प्रयास और प्रभावी प्रयासों का लेन-देन।

7. एफएटीएफ (फाइनैशल ऐक्शन टास्क फोर्स) तथा अन्य प्रक्रियाओं द्वारा आतंकियों को वित्तीय मदद वाले सोर्स और माध्यमों पर प्रभावशाली प्रतिबंध

8. एफएटीएफ की तरह ही हथियारों पर रोक के लिए वेपंज़ ऐंड एक्प्लोसिव ऐक्शन टास्क फोर्स (WEATF) का गठन, ताकि आतंकवादियों तक पहुंचने वाले हथियारों के स्रोतों को बंद किया जा सके।

9. जी-20 देशों के बीच आतंकवादी गतिविधियों पर केंद्रित साइबर सिक्यॉरिटी क्षेत्र में ठोस सहयोग।

10. जी-20 में नैशनल सिक्यॉरिटी अडवाइजर ऑन काउंटर टेररिज़म के एक तंत्र का गठन।

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Source : News Nation Bureau

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