सरकार की विवादास्पद पेंशन सुधार योजना के विरोध में लगभग 1.12 मिलियन फ्रांसीसी लोग देश भर में सड़कों पर उतरे। यह जानकारी फ्रांस के आंतरिक मंत्रालय ने दी है।
फ्रांस की सबसे बड़ी यूनियन सीजीटी ने प्रदर्शनकारियों की संख्या लगभग 2 मिलियन बताई। मंत्रालय के अनुसार गुरुवार को अकेले पेरिस में 80 हजार प्रदर्शनकारियों ने असंतोष व्यक्त किया। साथ ही कई सेक्टरों के मजदूरों ने 24 घंटे की हड़ताल की।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार अकेले फ्रांस की राष्ट्रीय रेलवे कंपनी एसएनसीएफ में प्रदर्शनकारियों की दर 46.3 प्रतिशत तक पहुंच गई। इसके परिणामस्वरूप कई क्षेत्रीय और राष्ट्रीय सेवाओं को रद्द कर दिया गया।
सार्वजनिक परिवहन मेट्रो और ट्रामवे की आवाजाही कम कर दी गई।
10 जनवरी को फ्रांसीसी प्रधान मंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने देश की विवादास्पद पेंशन सुधार योजना का विवरण दिया, जो 2030 तक एक गारंटीकृत न्यूनतम पेंशन लागू करेगा।
बोर्न ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 2027 से लोगों को पूर्ण पेंशन पाने के लिए 43 साल काम करना होगा।
आंतरिक मंत्रालय के अनुसार 2019 में पेंशन सुधार के खिलाफ फ्रांस में भी प्रदर्शन हुए, लेकिन तब केवल 8 लाख लोगों ने भाग लिया था।
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Source : IANS