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चीन ने पहली बार माना- गलवान में मारे गए थे 4 PLA सैनिक

भारतीय सैनिकों के साथ पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों की हुई हिंसक झड़प को लेकर चीन ने पहली बार स्वीकार किया है कि इसमें उसके चार सैनिक मारे गए थे.

Updated on: 19 Feb 2021, 09:26 AM

highlights

  • ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक चीनी सैन्य आयोग ने कबूला
  • काकाकोरम पर्वत पर तैनाक पीएलए सैनिक मारे गए झड़प में
  • हालांकि भारतीय दावे के अनुरूप कबूली गई संख्या दसवां हिस्सा

बीजिंग:

बीते साल गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारतीय सैनिकों के साथ पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिकों की हुई हिंसक झड़प को लेकर चीन (China)  ने पहली बार स्वीकार किया है कि इसमें उसके चार सैनिक मारे गए थे. इसके साथ ही चीन ने मारे गए सैनिकों की जानकारी सार्वजनिक की है. हालांकि यह अलग बात है कि भारतीय पक्ष समेत अन्य देशों के आंकड़े ड्रैगन की स्वीकरोक्ति से कहीं ज्यादा हैं. माना जा रहा है कि भारत (India) के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर कम होते तनाव के मद्देनजर ही ड्रैगन इस जानकारी के साथ सामने आया है. इस बाबत जिनपिंग सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने इस बारे में एक खबर प्रकाशित की है. 

काराकोरम पर्वत पर तैनात थे चीनी सैनिक
ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक चीन के केंद्रीय सैन्य आयोग ने काराकोरम पर्वत पर तैनात रहे चार चीनी सैन्य अधिकारियों और सैनिकों के बलिदान को याद किया है. इस खूनी झड़प में पीएल, ए शिनजियांग मिलिट्री कमांड के रेजीमेंटल कमांडर क्यूई फबाओ, चेन होंगुन, जियानगांग, जिओ सियुआन और वांग ज़ुओरन की मौत की पुष्टि की गई है. हालांकि इस बात को मानने की पर्याप्त कारण है कि चीन लद्दाख की गलवान घाटी में हुए हिंसक संघर्ष में अपने हताहतों सैनिकों को लेकर अभी भी पूरा सच नहीं बोल रहा है. 

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अभी भी सही आंकड़े नहीं कबूल रहा चीन
गौरतलब है कि इस हिंसक संघर्ष में 20 के लगभग भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. केंद्र सरकार ने न सिर्फ इन सैनिकों की शहादत को स्वीकार कर लिया था, बल्कि यह दावा भी किया था कि चीन के इससे कहीं ज्यादा सैनिक खेत रहे थे. अमेरिका ने भी एक रिपोर्ट में कहा था कि चीन को काफी सैनिक संघर्ष में मारे गए. यह अलग बात है कि चीन हमेशा से इस पर गोलमोल बात करता रहा. बीते दिनों रूसी समाचार एजेंसी तास ने भी इस बारे में बड़ा खुलासा किया था. तास ने बताया कि इस हिंसा में कम से कम 45 चीनी सैनिक मारे गए थे.

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भारतीय दावा भी दोगुने चीनी सैनिक मारने का
यहां यह नहीं भूलना चाहिए कि बीते दिनों नॉर्दन कमांड के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने भी बताया था कि गलवान घाटी की झड़प के बाद 50 चीनी सैनिकों को वाहनों के जरिए ले जाया गया था. इस गलवान की झड़प में चीनी सेना के काफी लोग मारे गए थे. नॉर्दन कमांड लेफ्टिनेंट जनरल जोशी के मुताबिक, चीनी सैनिक 50 से ज्यादा जवानों को वाहनों में ले जा रहे थे, लेकिन वे घायल थे या मरे इसके बारे में कहना मुश्किल है. वाईके जोशी ने भी रूसी एजेंसी तास का हवाला दिया और कहा कि 45 चीनी जवानों के मारे जाने का हमारा अनुमान भी इसी के आसपास है.