चीन की पहली मालगाड़ी 'ईस्ट विंड' लंदन से 12000 किलोमीटर की यात्रा कर चीन के यिवू शहर पहुंच गई। यह ट्रेन दुनिया की दूसरा सबसे लंबा रूट है।
अंतरमहाद्वीपीय मालगाड़ी 32 कंटेनरों के साथ चली थी जिसमें मुख्य तौर पर मैटरनिटी से संबंधित उत्पाद और सॉफ्ट ड्रिंक था। लंदन से यह ट्रेन 10 अप्रैल को चली थी। इसे ये दूरी तय करने में 20 दिन का समय लगा है।
यह मालगाड़ी 29 अप्रैल को सात देशों के बीच से गुजरते हुए चीन के पूर्वी हिस्से में स्थित यिवू शहर पहुंची। इस शहर को चीन का सबससे बड़ा
ट्रेड हब माना जाता है।
इस ट्रेन के जरिए चीन का ब्रिटेन से जुड़ना पश्चिमी यूरोप से संपर्क की दिशा में बड़ा कदम है। चीन इसके जरिए प्राचीन सिल्क रूट को दोबारा शुरू करना चाहता है।
लंदन यूरोप का 15वां शहर है जिसे चीन-यूरोप से जोड़ा गया है। पहली मालगाड़ी जनवरी में लंदन पहुंची थी।
पश्चिमी यूरोप से व्यापार करने की दिशा में इसे चीन का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
इसके अलावा चीन निर्यात को सुधारने के लिहाज से दुनिया के शीर्ष व्यापारिक देशों खासकर पश्चिमी यूरोप से जुड़ेगा। चीन की महत्वाकांक्षी योजना 'वन बेल्ट, वन रोड' को भी मज़बूती मिलेगी।
अपनी यात्रा के दौरान ईस्ट विंड ने सफर के दौरान फ्रांस, जर्मनी, पोलैंड, रूस, कजाखस्तान और बेलारूस को पार किया।
चीन रेल कॉर्पोरेशन के मुताबिक 28 यूरोपीय देशों को इस रेल सेवा से जोड़ने की योजना है।
Source : News Nation Bureau