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पीटीआई नेता नादिया चौधरी (फोटो- Kashif N Chaudhary ट्विटर)
इमरान खान की पार्टी पाकिस्तानी तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की पूर्व नेता नादिया चौधरी इस्लामाबाद से कथित रूप से लापता है। नादिया ने यौन शोषण मामले में पीटीआई नेता शाह महमूद कुरैशी और शाह फरमान को बेनकाब करने की धमकी दी थी।
सोमवार को मानवाधिकार कार्यकर्ता काशीफ एन चौधरी ने नादिया चौधरी के कथित रूप से लापता होने के बारे में ट्वीट किया था।
नदिया की तस्वीर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, 'पीटीआई की ब्रिटिश पाकिस्तानी, केंद्रीय उप-सूचना सचिव नादिया लापता है। उनके वकील के मुताबिक वह कथित यौन शोषण मामले में शाह महमूद कुरैशी और शाह फरमान का पर्दाफाश करने वाली थीं। कोई भी मीडिया इस केस को क्यों कवर नहीं कर रहा है?'
Nadia Chaudhry, British Pakistani, central deputy info. secretary for @PTIofficial goes missing in Pakistan. Acc. to her lawyer, she was about to expose PTI leaders, Shah Mahmood Qureshi & Shah Farman, for alleged sexual assault. Why is no media covering her case? #RecoverNadiapic.twitter.com/EabknuJKzT
— Kashif N Chaudhry (@KashifMD) July 16, 2018
एक वीडियो में नादिया चौधरी ने दावा किया कि पाकिस्तान सेना और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) ने उनके फोन चोरी करवाने के लिए एक आदमी को उनके घर भेज दिया। उन्होंने डर व्यक्त किया कि उनका अपहरण किया जा सकता है।
Nadia Chaudhry of PTI London is openly naming khalai makhlooq how she helped them and that her life is in danger now. pic.twitter.com/QdPMUAjVjx
— Majid Ur Rehman (@majidurrehman) July 15, 2018
वीडियो में उन्होंने कहा, 'आज आईएसआई और सेना ने मेरे घर में एक आदमी को भेजा और उसने मेरा फोन चुरा लिया। मैंने पीटीआई की मदद की और मैंने पाकिस्तान सेना और आईएसआई की मदद की। अब ये सभी लोग यहां हैं और ये सब मुझे गायब कर देंगे। यह आखिरी बार हो सकता है कि मैं अपने परिवार को देख रहीं हूं या मेरा परिवार मुझे देख रहा है।'
आगे वीडियो में दावा किया कि उन्होंने 2016 में पीएम के तत्कालीन सचिव सूचना, नीम-उल-हक को एवेनफील्ड के संबंध में पनामागेट घोटाले पर सबूत दिए थे।
नादिया ने कहा कि नीम-उल-हक ने पीटीआई प्रमुख इमरान खान और वरिष्ठ पीटीआई नेता जहांगीर तरेन को उनकी भूमिका के बारे में सूचित नहीं किया, इसलिए उन्होंने आईएसआई में एक दोस्त से संपर्क किया।
उन्होंने कहा कि हक ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेताओं परवेज रशीद और ख्वाजा असिफ के साथ मुलाकात की थी। इस खुलासे का सारा श्रेय ज़ुल्फ़ी बुखारी को दिया गया। नादिया ने कहा कि उन्होंने कभी भी पैसे की मांग नहीं की और चुनावी टिकट के लिए भी आवेदन नहीं किया ।
बता दें कि पाकिस्तान में नई सरकार के चुनाव के लिए 25 जुलाई को सभी प्रांतीय और 272 संसदीय सीटों पर एक साथ मतदान होना है।
25 जुलाई को होने वाले चुनाव में एनए-35(बन्नू) सीट से मुत्ताहिदा मजलिस-ए-अमल (एमएमए) के टिकट पर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
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Source : News Nation Bureau