मिस्र के सिनाई प्रायद्वीप एक मस्जिद में हुए आतंकी हमले में मरनेवालों की संख्या बढ़कर 305 हो गई है। मरनेवालों में 27 बच्चे भी शामिल हैं जबकि 100 से ज्यादा लोग बुरी तरह घायल हैं।
आतंकियों ने अलआरिश शहर के अल रौदा मस्जिद के पास यह बम रखा था जो नमाज के दौरान फट गया।
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी ने मस्जिद पर हुए बर्बर हमले की बदला लेने की प्रतिबद्धता जताई है। हमले के बाद अब्देल फतह अल सीसी ने टेलीविजन संबोधन में कहा, 'यह देश के इतिहास में अब तक का सबसे भयावह आतंकवादी हमला है और सुरक्षाबल इन मौतों का बदला लेंगे, क्षेत्र में स्थिरता बहाल करेंगे और इन आतंकवादी हमलों का मुंहतोड़ जवाब देंगे।'
मिस्त्र में हुए इस आतंकी हमले की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक ने इसकी कड़ी निंदा की थी।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर आतंकवाद की लड़ाई में मिस्र को भारत के पुरजोर समर्थन देने की बात भी दोहराई।
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बता दें मिस्र के उत्तरी सिनाई में जनवरी, 2011 के बाद से कई हमले हुए हैं। जनवरी, 2011 में हुई क्रांति के बाद राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक को अपनी सत्ता से हाथ धोना पड़ा था।
वहीं, साल 2013 में मोहम्मद मुर्सी को राष्ट्रपति पद से अपदस्थ किए जाने के बाद से उत्तरी सिनाई में हमलावरों ने पुलिस और सेना को निशाना बनाया है। इसके बाद से 700 से अधिक सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं।
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HIGHLIGHTS
- मिस्त्र के मस्जिद में हुए आतंकी हमले में अबतक 305 लोगों की मौत
- आतंकियों ने अल रौदा मस्जिद में बम से किया था धमाका
Source : News Nation Bureau