मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी ने शुक्रवार को सिनाई प्रायद्वीप की एक मस्जिद पर हुए बर्बर हमले की बदला लेने की प्रतिबद्धता जताई है।
इस हमले में 270 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, अब्देल फतह अल सीसी ने टेलीविजन संबोधन में कहा कि यह देश के इतिहास में अब तक का सबसे भयावह आतंकवादी हमला है।
अल सीसी ने कहा कि मिस्र के सुरक्षाबल इन मौतों का बदला लेंगे, क्षेत्र में स्थिरता बहाल करेंगे और इन आतंकवादी हमलों का मुंहतोड़ जवाब देंगे।
उन्होंने कहा, 'यह आतंकवाद से निपटने के लिए किए जा रहे हमारे प्रयत्नों को रोकने का प्रयास था। यह हमारी इच्छाशक्ति को खत्म करने का प्रयास था।'
उन्होंने कहा, 'हम अपने प्रयास जारी रखेंगे। जैसा कि मैंने कहा, इस हमले से हमारी प्रतिबद्धता बढ़ेगी। हमारी सेना और पुलिस शहीदों की मौत का बदला लेंगे और अगले कुछ दिनों में स्थिरता और सुरक्षा की बहाली करेंगे।'
मिस्र की ओर से किए गए हवाई हमलों में उत्तरी सिनाई की मस्जिद पर हुए हमले में शामिल आतंकवादियों के वाहन भी नष्ट हुए।
सेना के प्रवक्ता तामेर अल राफे के हवाले से बताया, 'मिस्र की वायुसेना ने चरमपंथियों के ठिकानों को निशाना बनाकर हमला किया। इन ठिकानों में बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद थे।'
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भारत और पाक ने निंदा
मिस्र के मस्जिद पर हुए इस आतंकवादी हमले की भारत और पाकिस्तान ने कड़ी निंदा की।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, 'भारत सरकार इस जघन्य आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करती है, जिसमें आज मिस्र के उत्तरी सिनाई के बीर-अल-अबेद में निर्दोष लोगों की जान चली गई।' इस हमले में 270 लोगों की मौत हो गई थी।'
वहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के हवाले से बताया, 'पाकिस्तान की सरकार और यहां के लोग मिस्र के उत्तरी सिनाई क्षेत्र में अल-रावदाह मस्जिद में निर्दोष नमाजियों पर हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।'
मिस्र राष्ट्रपति ने देश में तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। अभी तक किसी भी आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
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Source : News Nation Bureau