अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कहा है कि वह कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी के ‘अदृश्य हमले’ से लड़ने और अमेरिकी लोगों की नौकरी ‘बचाने’ के लिए बाहरी लोगों के अमेरिका प्रवास के लिए आने पर अस्थाई रूप से रोक लगाने के आदेश पर दस्तखत करेंगे. हालांकि, उनके इस कदम की भारतीय मूल की सीनेटर कमला हैरिस सहित डेमोक्रेट सदस्यों ने चौतरफा आलोचना की है.
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जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार, अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण से 42,094 लोगों की मौत हो चुकी है और साढ़े सात लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं. ट्रंप ने सोमवार रात ट्वीट किया कि अदृश्य दुश्मन के हमले के मद्देनजर, साथ ही हमारे महान अमेरिकी नागरिकों की नौकरियों को बचाने के लिए, मैं बाहरी लोगों के संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवास के लिये आने को अस्थाई रूप से निलंबित करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करूंगा.
डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकारी आदेश का ब्यौरा फिलहाल सामने नहीं आया है. उन्होंने यह भी बताया कि वह इस आदेश पर कब हस्ताक्षर करेंगे. हालांकि, एनबीसी न्यूज ने एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के हवाले से कहा है कि इस कदम पर अभी विचार किया जा रहा है. ट्रंप ने अप्रवासन वीजा को निलंबित करने की बात की है. हालांकि, गौरतलब है कि भारतीय आईटी पेशेवरों के बीच लोकप्रिय एच-1बी वीजा एक गैर-प्रवासी वीजा है.
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चूंकि ट्रंप ने यह तर्क दिया है कि अमेरिकी नागरिकों की नौकरियों की रक्षा करने की जरूरत है, ऐसे में गैर- प्रवासी वीजा भी उनके निशाने पर आ सकता है. कोरोना वायरस महामारी के चलते अमेरिका में रिकॉर्ड संख्या में छंटनी हो रही है और पिछले सप्ताह 2.2 करोड़ अमेरिकी नागरिकों ने बेरोजगारी लाभ के लिए आवेदन किया है. ट्रंप के इस बयान की डेमोक्रेट और अप्रवासन की पैरोकारी करने वालों ने तीखी आलोचना की है.
कैलिफोर्निया से भारतीय मूल की डेमोक्रेट सीनेटर हैरिस ने कहा कि ट्रंप हालात का फायदा उठाकर अपनी कठोर अप्रवासन नीतियों को आगे बढ़ाना चाहते हैं.