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डोनाल्ड ट्रंप ने सस्पेंड किया H1-B वीजा, आईटी प्रोफेशनल्स को लगा बड़ा झटका

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने H1-B वीजा निलंबित करने की घोषणा की है. अमेरिका के इस फैसले से भारत के आईटी प्रोफेशनल को बड़ा झटका लगा है. डोनाल्ड ट्रंप ने फैसले के बाद ये निलंबन साल के आखिर तक वैध रहेगा.

Updated on: 23 Jun 2020, 08:01 AM

नई दिल्ली:

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने H1-B वीजा निलंबित करने की घोषणा की है. अमेरिका के इस फैसले से भारत के आईटी प्रोफेशनल को बड़ा झटका लगा है. डोनाल्ड ट्रंप ने फैसले के बाद ये निलंबन साल के आखिर तक वैध रहेगा. ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक, ये फैसला अमेरिकी श्रमिकों के हित के लिए लिया गया है.

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इस फैसले के बाद डोनाल्ड ट्रंप की ओर से कहा गया कि यह कदम उन अमेरिकियों की मदद करने के लिए आवश्यक था, जिन्होंने मौजूदा आर्थिक संकट के कारण अपनी नौकरी खो दी है. दरअसल अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति के चुनाव होने हैं. ऐसे में कोरोना वायरस के कारण पैदा हुई बेरोजगारी को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. यह फैसला 24 जून से ही लागू होगा और साल के अंत तक जारी रहेगा. इस फैसले से भारत के आईटी पेशेवरों के प्रभावित होने की संभावना है. अब उन्हें स्टैम्पिंग से पहले कम से कम साल के अंत तक इंतजार करना होगा.

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क्या है एच-1बी वीजा
एच-1बी वीजा एक गैर-प्रवासी वीजा है. अमेरिका में कार्यरत कंपनियों को यह वीजा ऐसे कुशल कर्मचारियों को रखने के लिए दिया जाता है जिनकी अमेरिका में कमी हो. इस वीजा की वैलिडिटी छह साल की होती है. अमेरिकी कंपनियों की डिमांड की वजह से भारतीय आईटी प्रोफेशनल्‍स इस वीजा को सबसे अधिक हासिल करते हैं.