अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सेना में ट्रांसजेंडर की भर्ती को लेकर अपने सख्त रवैये में नरमी बरती है। अमेरिकी रक्षा विभाग के दवाब और संघीय अदालत में इस मुद्दे पर लंबे बहस के बाद ट्रंप ने रक्षा सचिव को भर्ती के अधिकार दे दिए हैं।
बीते साल जुलाई में ट्रंप ने कहा था कि सेना में ट्रांसजेंडर व्यक्ति किसी भी पद पर सेवा नहीं दे सकेंगे। इसके बाद व्हाइट हाउस ने कानूनी कदम उठाने के लिए अगस्त महीने में औपचारिक ज्ञापन दे दिया था, जिसके कारण विरोध प्रदर्शन भी किया गया था।
ट्रंप ने अपने नए ज्ञापन में कहा, 'मैं 25 अगस्त 2017 के अपने ज्ञापन को वापस लेता हूं जिसमें सैन्य सेवा में ट्रांसजेंडर व्यक्ति को आने पर रोक लगी थी।'
ट्रंप ने ज्ञापन में कहा, 'रक्षा सचिव, गृह सुरक्षा सचिव अमेरिकी तटरक्षक के साथ ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को सैन्य सेवा में भर्ती के लिए कोई भी उपयुक्त नीतियों को लागू करने के लिए अपने अधिकारों का प्रयोग कर सकते हैं।'
बता दें कि पिछले साल ट्रंप के निर्णय को सेना के कई सदस्यों और अधिकार समूहों द्वारा कानूनी चुनौती दी गई थी। जिसके बाद दो संघीय अदालत ने ट्रंप के प्रतिबंध के फैसले पर अस्थायी रोक लगा दी थी।
ट्रंप प्रशासन ने संघीय अदालत से अनुरोध किया था कि वह पेंटागन (अमेरिकी रक्षा विभाग का मुख्यालय) द्वारा सेना में ट्रांसजेंडर की भर्ती शुरू करने पर अगले वर्ष से रोक लगाए।
गौरतलब है कि ओबामा प्रशासन ने अपने कार्यकाल में एक नई नीति की घोषणा की थी जिसके तहत पेंटागन को ट्रांसजेंडर आवेदनकर्ताओं को एक जुलाई 2017 से स्वीकार करना शुरू करना था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अभी करीब 250 ट्रांसजेंडर जवान अभी अमेरिकी सशस्त्र बल में सेवा दे रहे हैं।
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Source : News Nation Bureau