अमेरिकी खुफिया अधिकारियों ने दावा किया है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ट्रंप को जिताने के लिए मदद की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पुतिन डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को हराना चाहते थे। इसलिए अमेरिकी चुनाव को प्रभावित करने के लिए पुतिन ने ट्रंप के पक्ष में साइबर कैंपेन किया था, साथ ही हैकिंग की भी कोशिश की थी।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुफिया अधिकारियों को ग़लत बताया है। ट्रंप ने उनके आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि आठ नवंबर को हुये राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। उन्हें विश्वास है कि चुनाव के परिणाम एकदम सही है और इसको लेकर जो भी अफवाह फैलायी जा रही है वो सरासर ग़लत है।
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दरअसल अधिकारियों ने 31 पन्ने की रिपोर्ट में कहा था कि खुफिया एजेंसियों को पूरा भरोसा है कि रूसी सैनिक, ख़ुफिया अधिकारियों ने डेमोक्रैटिक नेशनल कमेटी और वरिष्ठ डेमोक्रैट नेताओं के ईमेल जारी करने के लिए विकीलीक्स जैसे मध्यस्थ का सहारा लिया।
अमेरिकी खुफिया अधिकारियों ने कहा, 'हमारा ऐसा मानना है कि पुतिन ने ट्रंप को मदद पहुंचाई थी हमें इसपर पूरा विश्वास है।' जानकारी के मुताबिक गुरूवार को ही इस रिपोर्ट को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के सामने रखा गया।
हालांकि रूस इस तरह के आरोपों से इनकार करता रहा है। गौरतलब है कि पिछले दिनों ओबामा प्रशासन ने अमेरिका से 35 रूसी राजनयिकों को निकाल दिया था।
Source : News Nation Bureau