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चीन के लिए ट्रंप तो नासूर हैं ही, बिडेन भी तरेरने लगे आंखें

‘मेरा प्रशासन तिब्बत में मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिये जिम्मेदार चीनी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाएगा और रेडियो फ्री एशिया और वॉइस ऑफ अमेरिका रेडियो सेवाओं में तिब्बत भाषा सेवा को भी शामिल करेगा.'

Updated on: 04 Sep 2020, 02:21 PM

वॉशिंगटन:

अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने तिब्बत पर नियंत्रण बढ़ाने की चीन की योजना की निंदा करते हुए कहा कि अगर वह सत्ता में आते हैं, तो उनका प्रशासन तिब्बत में मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए जिम्मेदार चीनी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाएगा.

बिडेन ने कहा, ‘मेरा प्रशासन तिब्बत में मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिये जिम्मेदार चीनी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाएगा और रेडियो फ्री एशिया और वॉइस ऑफ अमेरिका रेडियो सेवाओं में तिब्बत भाषा सेवा को भी शामिल करेगा ताकि दुनिया की जानकारी तिब्बत के लोगों तक पहुंच सके. इसके साथ ही तिब्बत के लोगों के समर्थन में कई अन्य कदम भी उठाए जाएंगे.’ बिडेन ने कहा कि वह राष्ट्रपति बनने पर दलाई लामा से मुलाकात करेंगे और तिब्बत मामलों के लिए एक नया विशेष समन्वयक नियुक्त करेंगे और इस बात पर जोर देंगे कि चीन की सरकार अमेरिकी राजनयिकों और पत्रकारों समेत अमेरिकी नागरिकों की तिब्बत तक पहुंच को बहाल करे.

इस सप्ताहांत चीनी सरकार ने तिब्बत पर नियंत्रण को विस्तार देने की अपनी योजनाओं की घोषणा की थी, जिसके तहत तिब्बत के लोगों के साथ मानवाधिकार का उल्लंघन और उनकी धार्मिक स्वंतत्रता व गरिमा का हनन जारी रह सकता है. इसको संज्ञान में लेते हुए बिडेन ने कहा कि तिब्बत में जातीय अल्पसंख्यकों की विशिष्ट संस्कृति, भाषा और मान्यताओं को कुचलने की यह बीजिंग की हालिया कोशिश है. उन्होंने कहा, ‘(राष्ट्रपति डोनाल्ड) ट्रंप ने जहां तिब्बत के लोगों के प्रति मुंह फेर लिया, वहीं बिडेन-हैरिस प्रशासन उनके लिए खड़ा होगा.’ बिडेन ने ट्रंप प्रशासन पर चीन के प्रति कमजोर नीति रखने का आरोप लगाया.