अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से भारत पर अमेरिकी उत्पादों पर 100 फीसदी तक आयात कर लगाने का आरोप लगाया हैं। ट्रंप ने कर हटाने की अपील करते हुए कहा कि वैसे देश जो अमेरिकी उत्पादों पर 100 फीसदी कर वसूलते हैं वो पूरी तरह से शुल्क हटा दें।
बता दें कि ट्रंप ने कुछ दिनों पहले ही कई देशों से हो रहे आयात पर शुल्क लगाया है। ट्रंप ने अपने निर्णय का बचाव करते हुए कहा कि यह कदम इन देशों द्वारा उठाए गए कदमों के जवाब में है।
ट्रंप ने तर्क देते हुए कहा कि अमेरिका और यूरोपियन यूनियन, चीन और भारत से ट्रेड में व्यापार संतुलन नहीं है, इसलिए यह व्यापार को बैलेंस करने की कोशिश है।
ट्रंप ने मीडिया को अपने हाल के फैसले पर पूछे गए प्रश्न का जवाब देते हुए यह बात कही।
गौरतलब है कि अगले हफ़्ते ही भारत और अमेरिका के बीच बैठक होने वाली है। अमेरिका और भारत पहली बार 2+2 स्तर की वार्ता करने जा रहे हैं। इस दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण अमेरिका में अपने समकक्षों के साथ वार्ता करेंगी।
ट्रंप ने कहा कि मैंने पहले भी जी-7 बैठक में कहा था कि हमें आपस में हर शुल्क और बाधा को समाप्त करना चाहिए। क्या सब इसके लिए तैयार हैं? तब किसी ने इसके लिए हां नहीं कहा था।
ट्रंप ने कहा कि कुछ देश हमारे साथ बातचीत कर रहे हैं लेकिन बिना शुल्क हटाए बात नहीं बनेगी। अगर वे नहीं मानेंगे तो हम भी आयात शुल्क लगाएंगे।
याद रखिए हम बैंक हैं, यहां से सब चुराना चाहते हैं, लूटना चाहते हैं लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा। पिछले साल चीन की वजह से हमें 500 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ। वहीं यूरोपियन यूनियन (ईयू) से हमें 151 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ।
ईयू ने इतनी बाधाएं पैदा की कि हमारे किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि हमारे किसानों के उत्पाद बाहर भेजना मुश्किल हो गया है तो बाहर से कार आना भी मुश्किल होगा।
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Source : News Nation Bureau