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डोमिनिका अदालत ने चोकसी के भारत प्रत्यर्पण को रोका, मारपीट का आरोप

चोकसी के वकील ने वहां बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है. साथ ही कहा है कि उसे कानूनी अधिकारों से वंचित कर दिया गया था.

Updated on: 28 May 2021, 09:39 AM

highlights

  • बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर अदालत ने रोका प्रत्यर्पण
  • चोकसी के वकील ने मार-पीट के आरोप भी लगाए
  • एंटीगुआ से भागा मेहुल डोमिनिका में पकड़ा गया था

रॉसेयो:

भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) के प्रत्यर्पण की कोशिशों में लगे भारत को फिलहाल झटका लगा है. पंजाब नेशनल बैंक घोटाला के आरोपी हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण पर डोमिनिका (Dominica) अदालत ने रोक लगा दी है, क्योंकि चोकसी के वकील ने वहां बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है. साथ ही कहा है कि उसे कानूनी अधिकारों से वंचित कर दिया गया था और उसे शुरू में अपने वकीलों से मिलने की अनुमति नहीं दी गई थी. बताते हैं कि इस मामले में आज फिर से सुनवाई होगी. कोर्ट ने 28 मई को स्थानीय समयानुसार नौ बजे सुनवाई के लिए कहा है.

भारत नहीं एंटीगुआ भेजा जाएगा मेहुल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डोमिनिका लिंकन कॉर्बेट के कार्यवाहक पुलिस प्रमुख ने बताया कि पीएनबी घोटाले में भारत में वांछित भगोड़े मेहुल चोकसी को भारत नहीं बल्कि एंटीगुआ वापस भेजा जाएगा. फिलहाल चोकसी डोमिनिका पुलिस की कस्टडी में है और उससे पूछताछ की जा रही है. कानूनी दांवपेंच की बात करें तो बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका बंदी या हिरासत में लिए जाने के खिलाफ नागरिकों के पास एक हथिहार है जो नागरिकों को अपने हितों की रक्षा का लिए कोर्ट में जज के पास जाने का शक्ति प्रदान करता है. हालांकि, यह साबित करना होगा कि उसने कोई गैर-कानूनी काम नहीं किया है.

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चोकसी के वकील लगा रहे मारपीट का आरोप
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में चोकसी के डोमिनिकाई वकील वेन मार्शे ने कहा कि मैंने पाया कि उसे (मेहुल चोकसी) बुरी तरह पीटा गया था, उसकी आंखें सूजी हुई थीं और उसके शरीर पर कई जले हुए निशान थे. उसने मुझे बताया कि एंटीगुआ के जॉली हार्बर में उसका अपहरण कर लिया गया था और उन लोगों द्वारा डोमिनिका लाया गया था जिन्हें वह भारतीय मान रहा था. एंटीगुआ पुलिस का मानना है कि उसे किडनैप कर एक जहाज पर ले जाया गया था, जो लगभग 60-70 फीट लंबा था. गौरतलब है कि चोकसी के डोमिनिका में पकड़े जाने के बाद एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउनी ने कहा कि उन्होंने डोमिनिका को मेहुल चोकसी को सीधे भारत को सौंपने के लिए कहा है. हालांकि, उऩ्होंने कहा कि आखिरकार, यह डोमिनिका सरकार का संप्रभु निर्णय है कि वे किस देश में मेहुल चोकसी को वापस भेजते हैं, जब तक कि कोर्ट अपना फैसला न दे दे.