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डाकोला विवाद सुलझाने के लिए भारत-चीन बैठकर करें बात: अमेरिका

इससे पहले 11 अगस्त को भी अमेरिका ने दोनों देशों को बातचीत के ज़रिए तनाव ख़त्म करने की नसीहत दी थी।

Updated on: 16 Aug 2017, 11:43 AM

नई दिल्ली:

अमेरिका ने एक बार फिर डाकोला में भारत और चीनी सेना के बीच चल रही तनातनी को बातचीत के ज़रिए सुलझाने का सुझाव दिया है।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीदर नौअर्ट से जब दोनों देशों के बीच पिछले दो महीने से चल रहे विवाद को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ' हम भारत और चीन से यही अपील करेंगे कि वो एक साथ बैठें और बातचीत के ज़रिए मुद्दे का हल निकालने की कोशिश करें।'

इससे पहले 11 अगस्त को भी अमेरिका ने दोनों देशों को बातचीत के ज़रिए तनाव ख़त्म करने की नसीहत दी थी।

हीदर नौअर्ट ने आगे कहा, 'अमेरिका के दोनो देशों के साथ बेहतर संबंध हैं। हम दोनो देशों को बार-बार बातचीत कर मामला सुलझाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।' 

वहीं चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने मीडिया में चल रही एक रिपोर्ट पर अपनी सफाई देते हुए कहा कि उसने भारत के साथ समझौता करने को लेकर कोई बयान नहीं दिया है।

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बता दें कि ऐसी ख़बर चल रही थी कि भारत ने चीनी सेना से डाकोला में 250 मीटर पीछे जाने को कहा था जिसके बाद चीन अपनी सेना को 100 मीटर पीछे हटाने को लेकर राज़ी हो गया है।

प्रवक्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'इस तरह की सभी ख़बर ग़लत है क्योंकि चीन किसी भी परिस्थिती में प्रादेशिक प्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।'

प्रवक्ता ने कहा, 'इस मसले के लोकर चीन का स्टैंड बिल्कुल साफ़ है। भारत को डाकोला से अपनी सेना और हथियार को अविलंब बिना किसी शर्त हटाना होगा।'

इसी महीने चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत का न केवल चीन की प्रादेशिक प्रभुता को तोड़ रहा है, बल्कि भूटान के प्रादेशिक प्रभुता को भी भंग किया जा रहा है।

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