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पार्क पर कब्जे की साजिश है अलग कोरोना कब्रिस्तान बनाना, विहिप ने वक्फ बोर्ड की नीयत पर उठाए सवाल

दिल्ली में कोरोना संक्रमण (Corona Virus) से मरने वालों के लिए अलग कब्रिस्तान बनाए जाने के मुद्दे पर विवाद खड़ा हो गया है. विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने इसे राजधानी के एक बड़े पार्क पर कब्जे की साजिश करार दिया है.

Updated on: 16 Apr 2020, 06:58 AM

highlights

  • मिलेनियम पार्क के पास दिल्ली वक्फ बोर्ड बना रहा है कोरोना कब्रिस्तान.
  • विहिप ने इसे पार्क पर कब्जे का षड्यंत्र बताया. बोर्ड पर बोला बड़ा हमला.
  • विहिप ने कहा बेहतर होगा संक्रमित शख्स का शव जलाया जाए.

नई दिल्ली:

दिल्ली में कोरोना संक्रमण (Corona Virus) से मरने वालों के लिए अलग कब्रिस्तान बनाए जाने के मुद्दे पर विवाद खड़ा हो गया है. विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने इसे राजधानी के एक बड़े पार्क पर कब्जे की साजिश करार दिया है. विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि विहिप इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि कोरोना से मरने वालों को दफनाने की नहीं, जलाने की जरूरत है. जलाने से कोरोना का वायरस भी स्वाहा हो जाएगा, नहीं तो पार्क में आने-जाने वाले भी इसकी चपेट में आ सकते हैं. दिल्ली में कोरोना वायरस के बुधवार को 17 नए मामले सामने आए, जिसके बाद शहर में संक्रमितों (Infected) की संख्या 1578 पहुंच गई. इसके अलावा दो और लोगों ने संक्रमण की वजह से दम तोड़ दिया. दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की संख्या 32 हो गई है.

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मिलेनियम पार्क को बनाएंगे कब्रिस्तान
दरअसल, दिल्ली वक्फ बोर्ड ने रिंग रोड स्थित इंद्रप्रस्थ मिलेनियम पार्क के पास कोरोना संक्रमण से मरने वालों के लिए अलग कब्रिस्तान बनाने की तैयारी की है. वक्फ बोर्ड का तर्क है कि जानकारी के अभाव में अन्य कब्रिस्तानों में कोरोना से मरने वालों को दफनाने नहीं दिया जा रहा है, इस नाते अलग कोविड-19 कब्रिस्तान बनाने की जरूरत महसूस हुई. दिल्ली वक्फ बोर्ड के सीईओ का पत्र सामने आने के बाद विश्व हिंदू परिषद नेता विनोद बंसल ने नाराजगी जताई है.

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विहिप ने कहा संक्रमित शव जलाते क्यों नहीं
उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'वक्फ बोर्ड कहीं भी कब्रिस्तान का बोर्ड लगा देता है और वह जगह उसकी हो जाती है. राजधानी के एक बड़े सुंदर पार्क को बदसूरत कर उस पर अनाधिकृत कब्जे के षड्यंत्र को स्वीकार नहीं किया जाएगा. अगर कोविड-19 पीड़ित शवों से दूसरे कब्रिस्तान के मुर्दों को खतरा है, तो क्या इंद्रप्रस्थ मिलेनियम पार्क के हजारों देशी-विदेशी पर्यटकों व उससे सटे गांव नगली रजापुर के जीवन को खतरा नहीं होगा? कैसी मानसिकता है यह?' एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, 'कोरोना की आड़ में कब्जे के दिल्ली वक्फ बोर्ड के षड्यंत्रों का भंडाफोड़. दिल्ली सरकार को वक्फ बोर्ड की बातों में आकर ऐसा घातक कदम कतई नहीं उठाना चाहिए, बल्कि कोरोना पीड़ित सभी शवों का अग्निदाह ही होना चाहिए, ताकि तेज अग्नि में कोरोना को पूरी तरह स्वाहा किया जा सके.'

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दफनाने में आ रही दिक्कत के बाद वक्फ बोर्ड का निर्णय
गौरतलब है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड की ओर से चिन्हित किया गया ये कब्रिस्तान रिंग रोड पर मिलेनियम पार्क के करीब है और इसे जदीद कुरुस्तान के नाम से भी जाना जाता है. दिल्ली वक्फ बोर्ड के सीईओ एसएम अली ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के सचिव को लिखे एक पत्र में कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वाले लोगों को सुपुर्द-ए-खाक करने में समस्या आ रही है. सूचना या जानकारी की कमी से लोग दिल्ली के कब्रिस्तानों में ऐसे लोगों को दफन करने नहीं दे रहे हैं जोकि हमारे लिए दुर्भाग्यपूर्ण है.