logo-image

चीन की वुहान लैब से ही लीक हुआ कोरोना वायरस, अमेरिकी रिपोर्ट का खुलासा

Coronavirus: अमेरिका की गवर्नमेंट नेशनल लैबोरेटरी ने एक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि मुमकिन है कि चीन की वुहान लैब (Wuhan Lab) से कोरोना वायरस लीक हुआ है और इसकी जांच आगे भी की जाई जानी चाहिए.

Updated on: 08 Jun 2021, 11:03 AM

highlights

  • अमेरिका की एक रिपोर्ट में हुआ खुलासा
  • वुहान लैब पर पहले भी उठे हैं सवाल
  • चीन लगातार छिपा रहा दुनिया से सच

वॉशिंगटन:

कोरोना वायरस के दुनिया भर में फैसने के साथ ही इस बात की भी जांच शुरू हो गई थी कि आखिर इस वायरस की की उत्‍पत्ति कहां से हुई? इस पर अभी तक कई रिपोर्ट सामने आ चुकी हैं और अधिकांश में खुलासा हुआ कि चीन की वुहान लैब (Wuhan Lab) से ही कोरोना वायरस दुनियाभर में फैला है. अब अमेरिकी सरकार की एक रिपोर्ट में भी यह निष्कर्ष निकला है. कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए अमेरिकी अध्‍ययन पूरा हो गया है. अमेरिका की गवर्नमेंट नेशनल लैबोरेटरी की रिपोर्ट में यह निष्‍कर्ष निकला है कि मुमकिन है कि चीन की वुहान लैब  से कोरोना वायरस लीक हुआ है और इसकी जांच आगे भी की जाई जानी चाहिए.

यह भी पढ़ेंः 'बीजेपी वैक्सीन' कहने वाले अखिलेश यादव लगवाएंगे टीका, जानिए अब क्या कहा

अमेरिका के वॉल स्‍ट्रीट जर्नल ने सोमवार को इस अध्‍ययन से जुड़े लोगों के हवाले से यह रिपोर्ट प्रकाशित की है. इस रिपोर्ट में कहा गया कि यह अध्ययन मई 2020 में कैलिफोर्निया स्थित लॉरेंस लिवरमोरे नेशनल लैबोरेटरी द्वारा तैयार किया गया था और ट्रंप प्रशासन के अंतिम महीनों के दौरान कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच के दौरान विदेश विभाग द्वारा संदर्भित किया गया था. जर्नल ने कहा है कि लॉरेंस लिवरमोरे का यह अनुमान कोरोना वायरस के जीनोमिक विश्लेषण पर आधारित है. लॉरेंस लिवरमोरे ने वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.

यह भी पढ़ेंः भारत में बीते 24 घंटे में कोरोना के लिए 18,73,485 सैंपल टेस्ट

पिछले महीने ही अमेरिका के राष्‍ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि कोरोना वायरस की उत्‍पत्ति से जुड़े जवाब जानने के लिए उन्‍होंने आदेश दिए थे. वहीं अमेरिकी खुफिया एजेंसियां ​​दो संभावित परिदृश्यों पर विचार कर रही हैं. इनमें से पहला है कि कोरोना वायरस एक लैब दुर्घटना के परिणाम से हुआ. दूसरा है कि क्‍या यह एक संक्रमित जानवर के साथ इंसानी संपर्क के कारण उभरा. लेकिन वे अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं. अमेरिका के पूर्व राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के शासन के दौरान प्रसारित एक खुफिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नवंबर 2019 में चीन के वुहान इंस्‍टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के तीन शोधकर्ता इतने बीमार हो गए थे कि उन्‍हें अस्‍पताल भेजना पड़ा था.