Coronavirus (Covid-19): जापान (Japan) के प्रधानमंत्री शिंजो एबे (Japanese Prime Minister Shinzo Abe) ने कोरोना वायरस (Corona Virus) के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई बड़े क्षेत्रों में आपात स्थिति घोषित करने का प्रस्ताव किया. साथ ही उन्होंने दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (Economy) को कोरोना वायरस के झटके से राहत देने के लिये 1,000 अरब डॉलर मूल्य के पैकेज का भी प्रस्ताव किया. एबे ने संवाददाताओं से कहा कि आपात स्थिति की घोषणा आज कर दी है.
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तोक्यो में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले बढ़े
हाल में देश में खासकर तोक्यो में कोरोना वायरस के मामले बढ़े हैं. उन्होंने कहा, कि फिलहाल हम शहरी क्षेत्रों खासकर तोक्यो में नये संक्रमण के मामलों में वृद्धि देख रहे हैं. आपात स्थिति की घोषणा से क्षेत्रीय प्रशासकों (गवर्नर) के पास लोगों को घरों में रहने तथा वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद कराने का अधिकार आ जाएगा. हालांकि यह यूरोप के अन्य देशों में ‘लॉकडाउन’ (Coronavirus Lockdown) से अलग है. इसमें पुलिस को लोगों को घर में रहने के आग्रह या प्रतिष्ठानों को बंद कराने का कानूनी अधिकार शामिल नहीं है.
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एबे ने कहा कि हमारा अनुमान है कि बंद एक महीने रह सकता है. हम लेगों से सहयोग करने और एक-दूसरे से दूर रहने को कहेंगे ताकि आपसी संपर्क नहीं हो. संक्रमण का एक बड़ा कारण आपस में संपर्क है. उन्होंने कहा कि अगर हम जापान में आपात स्थिति घोषित करते हैं, हम अन्य देशों की तरह शहरों को बंद नहीं करेंगे. विशेषज्ञों ने हमसे कहा है कि इस प्रकार के कदम की जरूरत नहीं है. जापान में कोरोना वायरस संक्रमण के अबतक 3,650 मामले सामने आये हैं. उन्होंने इस महामारी से निपटने के लिये 1000 अरब डॉलर के प्रोत्साहन पैकज की भी घोषणा की है जो जीडीपी का करीब 20 प्रतिशत है.