कोरोना दुनिया भर में लगातार लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. सिर्फ 48 घंटों के भीतर कोरोना ने एक लाख नए लोगों को अपनी चपेट में ले लिया. मंगलवार को कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 4 लाख के करीब थी जो अब बढ़कर 5 लाख से ज्यादा हो चुका है. ये संख्या पल-पल बढ़ती जा रही है.
कोरोना वायरस चीन के बाद इटली,स्पेन, जर्मनी और ईरान जैसे देशों को रुलाने के बाद अब दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क अमेरिका के लिए खतरा बनता जा रहा है. अमेरिका में यह खतरनाक वायरस 75 हजार लोगों को गिरफ्त में ले चुका है. हालात ऐसे है कि दुनिया के सबसे शक्तिशाली और सबसे संपन्न देश अमेरिका को अब ये समझ में नहीं आ रहा कि वो इस महामारी पर कैसे अंकुश लगाए और कैसे अपने लोगों इसका शिकार बनने से बचाए.
अमेरिका में राष्ट्रीय आपदा घोषित
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) ने कोरोना महामारी (CoronaVirus) को राष्ट्रीय आपदा घोषित करते हुए कई राज्यों के लिए बड़ी घोषणाओं को मंजूरी दे दी है. इनमें न्यूयॉर्क, कैलिफोर्निया, वॉशिंगटन, आयोवा, लुसियाना, नॉर्थ कैरोलिना, टेक्सास और फ्लोरिडा जैसे राज्य शामिल हैं जहां कोरोना का कहर सबसे ज्यादा देखा जा रहा है.
राष्ट्रपति ट्रंप के ऐलान के फौरन बाद वॉशिंगटन डीसी प्रशासन ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए 24 अप्रैल तक सभी गैर जरूरी कारोबारी गतिविधियां बंद करने का आदेश जारी कर दिया.
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2 हजार अरब डॉलर के पैकेज का ऐलान
जाहिर है इस महामारी ने अमेरिका में आम लोगों की जिंदगी से लेकर उसकी अर्थव्यवस्था तक को बुरी तरह झकझोर दिया है. इसी को देखते हुए ट्रंप सरकार ने करीब 2 हजार अरब डॉलर के पैकेज का ऐलान किया है ताकि बड़े कारोबारियों को कर्ज और छोटे कारोबारियों को अनुदान दिया जा सके. साथ ही साथ आम अमेरिकी जनता के हाथ में भी सीधे नकदी पहुंचाने का बंदोबस्त किया जा रहा है.
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लोग नहीं बाज आ रहे हैं अपनी आदतों से
वहीं, अमेरिका में फिलहाल करीब 10 करोड़ से ज्यादा की आबादी घरों में बंद है. बावजूद इसके कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. इसकी एक वजह ये भी है कि कई लोग लॉकडाउन का पालन करने की बजाए कानून को ठेंगा दिखाते हुए पब्लिक प्लेसेस पर धड़ल्ले से आ जा रहे हैं और ग्रुप ऐक्टिविटी से बाज नहीं आ रहे.