अमेरिकी खुफिया एजेंसी, सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) के निदेशक माइक पॉम्पेओ ने कहा है कि उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग-उन प्रशासन का परमाणु मिसाइल कार्यक्रम न केवल आत्मरक्षा के लिए है, बल्कि इसका इस्तेमाल वह कोरियाई प्रायद्वीप को अपने अधीन करने के इरादे से 'आक्रमण' के लिए कर सकता है।
पॉम्पेओ ने अमेरिकन इंटरप्राइज इंस्टीट्यूट में मंगलवार को कहा, 'हम ऐसा मानते हैं कि वह इन हथियारों का इस्तेमाल आत्मरक्षा से परे जाकर कर सकता है। उन्होंने कहा कि किम दोनों कोरियाई देशों को अपने अधीन करने के इरादे से 'आक्रमण' के लिए परमाणु और पारंपरिक सैन्य बलों का इस्तेमाल कर सकता है।'
सीआईए प्रमुख ने कहा, 'किम जोंग-उन केवल एक मात्र सफल परीक्षण से शांत नहीं बैठेगा। उसका अगला कदम शस्त्रागार को विकसित करना या एकसाथ कई मिसाइलों को दागने की क्षमता का विकास करना हो सकता है।'
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उन्होंने कहा, 'हमारा मिशन यह है कि वह जितना दिन हो सके इस अभियान को टाले।'
पॉम्पेओ ने कहा कि परमाणु मुक्ति का कथित लक्ष्य हासिल करने में कूटनीति विफल होने की स्थिति में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए अमेरिकी खुफिया और सैन्य एजेंसियां विकल्पों की एक श्रृंखला तैयार कर रही हैं।
पॉम्पेओ ने कहा, 'हम पूर्ण रूप से वहां नहीं हैं, जहां हमें होने की जरूरत थी।'
उन्होंने कहा, 'हमारा मिशनन अभी पूरा नहीं हुआ है, लेकिन पूरी दुनिया में हमारे अधिकारी हैं, जो अमेरिकी दबाव अभियान को मदद के लिए यथासंभव सबकुछ करने के लिए मेहनत से काम कर रहे हैं और प्रायद्वीप को परमाणु मुक्त बनाने के लिए प्रतिबंध को और कड़े करने के अवसरों की तलाश कर रहे हैं।'
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Source : IANS