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CIA ने चीन के लिए नया मिशन केंद्र स्थापित किया, बताया बड़ा खतरा 

चीन को बड़ा खतरा मानते हुए सीआईए ने एक नया मिशन केंद्र स्थापित करने का ऐलान किया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन को संयुक्त राज्य अमरीका के लिए एक लंबी अवधि का खतरा माना गया है.

Updated on: 08 Oct 2021, 09:08 AM

highlights

  • चीन को संयुक्त राज्य अमरीका के लिए एक लंबी अवधि का खतरा माना .
  • सीआईए द्वारा संचालित करीब एक दर्जन मिशन केंद्रों में अब इस समूह को भी जोड़ा गया है.
  • अमरीका बीते कई बयानों में चीन को विश्व के लिए बड़ा खतरा बताता रहा है.

नई दिल्ली:

चीन को बड़ा खतरा मानते हुए सीआईए ने एक नया मिशन केंद्र स्थापित करने का ऐलान किया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन को संयुक्त राज्य अमरीका के लिए एक लंबी अवधि का खतरा माना गया है. सीआईए के निदेशक विलियम बर्न्‍स ने एक बयान में कहा कि  चीन 21वीं सदी में सबसे बड़ा भू-राजनीतिक खतरा है. नया चीन मिशन केंद्र इस खतरे पर हमारे सामूहिक कार्य को और मजबूत करेगा. सीआईए ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि वह चीन पर शीर्ष स्तरीय कार्यकारी समूह का गठन करेगी, ताकि बीजिंग के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करा जा सके। सीआईए द्वारा संचालित करीब एक दर्जन मिशन केंद्रों में अब इस समूह को भी जोड़ा गया है. इसमें चीन की गतिविधियों को लेकर नियमित बैठकें होंगी। अन्य समायोजनों में एक नया अंतरराष्ट्रीय और प्रौद्योगिकी मिशन केंद्र और एक मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी पद शामिल है.

अहम मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगा

रिपोर्ट में कहा गया है कि यह इस तरह का दूसरा मिशन केंद्र अमरीका की वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए अहम मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगा. सीआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार वैश्विक स्वास्थ्य, आर्थिक सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और प्रौद्योगिकी सहित यह मिशन केंद्र अमरीका की वैश्विक प्रतिस्पर्धा के संदर्भ में सभी अहम मुद्दों पर केंद्रित होगा.

ज्यादा प्रयास करने की आवश्यकता

सीआईए के काउंटर-इंटेलिजेंस मिशन सेंटर ने पिछले कई वर्षों में दर्जनों मामलों में पाया कि  उनके कई विदेशी मुखबिर को मार दिया गया, गिरफ्तार किया गया या समझौता किया गया था. रिपोर्ट ने संकेत दिया कि रूस, चीन, ईरान और पाकिस्तान जैसे देश सीआईए के स्रोतों का शिकार कर रही हैं और कुछ मामलों में उन्हें दोहरे एजेंटों में बदल रही हैं। इसके अलावा सीआईए चीन को अब एक बड़ा खतरा मानती है. चीन की निगरानी के लिए उसे जरूरत से ज्यादा प्रयास करने की आवश्यकता है. गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण अमरीका समेत कई देश आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। इसका जिम्मेदार चीन को माना जा रहा है. अमरीका बीते कई बयानों में चीन को विश्व के लिए बड़ा खतरा बताता रहा है.