logo-image
लोकसभा चुनाव

चीनी मीडिया ने ताइवान से की पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) की तुलना

चीन की सरकारी मीडिया ने कहा है चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) परियोजना पर भारत को अपने नजरिए में बदलाव लाने की जरुरत है। चीन की मीडिया ने कहा है, ' भारत को अरबों डॉलर की CPEC परियोजना का समर्थन करने के लिए ‘अधिक व्यावहारिक एवं लचीला रुख’ अपनाना चाहिए।

Updated on: 07 Mar 2017, 09:09 AM

नई दिल्ली:

कुछ दिन पहले ही चीन से एक बार फिर तवांग के बदले अक्साई चिन लेन-देन का मुद्दा उठा दिया गया था। चीन के पूर्व वरिष्ठ डिप्लोमैट दाई बिंगुओ ने एक इंटरव्यू में कहा है कि, 'अगर भारत तवांग चीन को सौंप दे तो अक्साई चीन का कुछ हिस्सा भारत को दिया जा सकता है।' हालाकि इस ऑफर को भारत की तरफ से बेतूका बताया गया था।

अब चीन की सरकारी मीडिया ने कहा है चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) परियोजना पर भारत को अपने नजरिए में बदलाव लाने की जरुरत है। चीन की मीडिया ने कहा है, ' भारत को अरबों डॉलर की CPEC परियोजना का समर्थन करने के लिए ‘अधिक व्यावहारिक एवं लचीला रुख’ अपनाना चाहिए। इसके साथ ही वहां की मीडिया ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) की तुलना ताइवान से कर दी है।

और पढ़ें: आखिर तवांग को क्यों अपने कब्जे में लेना चाहता है चीन?

सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने एक लेख में कहा, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा :सीपेक परियोजना से कश्मीर विवाद की यथास्थिति प्रभावित नहीं होगी क्योंकि चीन ने कहा है कि इसका हल भारत और पाकिस्तान के बीच होना चाहिए।

उसने कहा, ताइवान और भारत सहित अन्य देशों के बीच के संबंधों को लेकर चीन आपत्ति नहीं करता क्योंकि आर्थिक गतिविधियों से चीन की संप्रभुता प्रभावित नहीं होगी। अखबार ने कहा, ऐसे में, भारत को लचीला और व्यावहारिक होना चाहिए तथा कश्मीर में चीनी कंपनियों की गतिविधियों को लेकर अधिक सहज होना चाहिए।

और पढ़ें: भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारी 'निराशावादी' और 'चिड़चिड़े': चीनी मीडिया