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अमेरिका ने चीनी हैकरों पर लगाया कोविड-19 अनुसंधान को निशाना बनाने का आरोप

चीनी कंपनियों के लिए काम कर रहे दो हैकरों (Hackers) ने कोरोना वायरस (Corona Virus) का टीका बना रही कंपनियों को निशाना बनाया और करोड़ों डॉलर की बौद्धिक सम्पदा और कंपनियों की व्यापार संबंधी खुफिया जानकारियां चुराईं.

Updated on: 22 Jul 2020, 11:10 AM

वॉशिंगटन:

अमेरिका (America) के न्याय मंत्रालय ने आरोप लगाया कि चीनी कंपनियों के लिए काम कर रहे दो हैकरों (Hackers) ने कोरोना वायरस (Corona Virus) का टीका बना रही कंपनियों को निशाना बनाया और करोड़ों डॉलर की बौद्धिक सम्पदा और कंपनियों की व्यापार संबंधी खुफिया जानकारियां चुराईं. मंत्रालय ने मंगलवार को हैकरों के खिलाफ आपराधिक आरोपों की घोषणा करते हुए ये आरोप लगाए. हैकरों की पहचान लि शियाओयु और दोंग जियाझी के रूप में की गई है.

अभियोग में यह आरोप नहीं लगाया गया है कि चीनी हैकरों ने कोरोना वायरस संबंधी अनुसंधान की जानकारी वास्तव में हासिल की, लेकिन इसमें इस बात को रेखांकित किया गया है कि वैज्ञानिक नवोन्मेष किस प्रकार विदेशी सरकारों के निशाने पर है और आपराधिक हैकर यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि वैश्विक महामारी के दौरान अमेरिकी कंपनियां क्या विकसित कर रही हैं. अभियोजकों ने कहा कि हैकरों ने केवल अपने निजी लाभ के लिए जानकारी नहीं चुराई, अपितु उन्होंने चीन सरकार के लिए उपयोग हो सकने वाली जानकारी भी चुराई.

इस मामले में, हैकरों ने टीके एवं जांच किट बना रहीं और वायरसरोधी दवाओं पर अनुसंधान कर रही बॉयोटेक एवं नैदानिक कंपनियों के कम्प्यूटर नेटवर्कों की कमजोरी के बारे में पता लगाने की कोशिश की. अमेरिकी प्रशासन चीन के खिलाफ लगातार आक्रामक कदम उठा रहा है. अभियोग में हैकरों पर व्यापार संबंधी खुफिया जानकारी चुराने और धोखाधड़ी करने के आरोप लगाए गए हैं.