चीन का पहला स्वदेशी निर्मित पोत-जनित हेलीकॉप्टर ड्रोन ने भरी पहली उड़ान
भारत चीन के बीच बढ़ते सीमा विवाद के बीच चीन ने अपना पहला स्वदेशी हलके हेलीकॉप्टर ड्रोन विकसित कर ली है. चीन का यह स्वदेश निर्मित हेलीकॉप्टर ड्रोन पोत-जनित है जिसने आज पहली उड़ान भरी.
बीजिंग :
भारत चीन के बीच बढ़ते सीमा विवाद के बीच चीन ने अपना पहला स्वदेशी हलके हेलीकॉप्टर ड्रोन विकसित कर ली है. चीन का यह स्वदेश निर्मित हेलीकॉप्टर ड्रोन पोत-जनित है जिसने आज पहली उड़ान भरी. बता दें कि यह हेलीकॉप्टर ड्रोन समुद्री निगरानी और पहचान कार्यों का संचालन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. विश्लेषकों की मानें तो यह हेलीकाप्टर गश्त, खोज और बचाव जैसे कार्यों के साथ साथ तट रक्षक जहाजों सहित छोटे जहाजों पर इस्तेमाल किया जा सकता है.
यह हेलिकॉप्टर चीन के सरकारी स्वामित्व वाली एविएशन इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन (एवीआईसी) द्वारा विकसित की गयी है. इसकी घोषणा एविएशन इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन ऑफ़ चाइना ने आज की है. AVIC चाइना हेलीकॉप्टर रिसर्च एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट द्वारा बुधवार को दिए गए बयान के मुताबिक एविएशन इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन (एवीआईसी) द्वारा विकसित एआर -500 बी पोत-जनित मानव रहित हेलीकॉप्टर ने 27 नवंबर को पूर्वी चीन के जियांग्शी प्रांत के पोयांग काउंटी में सफलतापूर्वक अपनी पहली उड़ान भरी.
अपने परिक्षण के दौरान हेलीकॉप्टर ड्रोन AR-500B ने लगभग आधे घंटे तक उड़ान बरी जिसमे तरह तरह की टेकऑफ़, होवरिंग, पैंतरेबाज़ी और लैंडिंग दिखाया. एवीआईसी के तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि AR-500B का सफल निर्माण चीन जहाज आधारित हल्के हेलीकॉप्टर ड्रोन की कमी के लिए किया गया है. AR-500B का अधिकतम वजन 500 किलोग्राम है जो 70 किलोग्राम का मिशन पेलोड, चार घंटे का उड़ान , 100 किलोमीटर का परिचालन दायरा और 4,000 मीटर की छत है. एवीआईसी के अनुसार यह हेलिकॉप्टर ड्रोन एक घंटे में 140 किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है और एक विशाल समुद्री सतह क्षेत्र की निगरानी और लक्ष्य की पहचान करने जैसे मिशनों का सफलतापूर्वक संचालन कर सकता है.
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