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चीन ने लड़ाकू विमान वाहक पोत के साथ बोहाई समुद्र में किया युद्धाभ्यास, अमेरिका ने जताई नाराजगी

एक तरफ दक्षिणी चीन सागर में चीन के बढ़ती मौजूदगी को लेकर पूरे विश्व में चिंता का माहौल बना हुआ है

Updated on: 16 Dec 2016, 04:46 PM

नई दिल्ली:

एक तरफ दक्षिणी चीन सागर में चीन के बढ़ती मौजूदगी को लेकर पूरे विश्व में चिंता का माहौल बना हुआ है। वहीं दूसरी तरफ चीन की सेना ने बोहाई समुद्र में लड़ाकू विमान वाहक पोत के साथ अपना पहला लाइव युद्धभ्यास किया जिसमें कई गोले भी दागे गए।

चीन की सरकारी मीडिया के मुताबिक कोरिया से सटे बोहाई समुद्र में चीन ने विमान वाहक पोत से कई लड़ाकू विमानों के जरिए युद्धाभ्यास किया।

गुरुवार को चीन के स्टेट चैनल चाइनीज सेंट्रल टेलिविजन के मुताबिक 10 समुद्री जहाज और 1 विमान वाहक पोत ने कोरिया की सीमा के पास जे 15 फाइटर जेट से लाइव फायर, के साथ ही हवा से हवा, हवा से समुद्र और समुद्र से हवा में हमला करने का अभ्यास किया।

युद्धाभ्यास में पहली बार ऐसे हथियारों का इस्तेमाल किया गया है जिसे 2012 में सार्वजनिक तौर पर चीन ने सबको दिखाया था।

इस युद्धाभ्यास को लेकर चीन के नेवी विंग ने कहा है कि इस अभ्यास का मकसद ये देखना था कि सभी वॉर शिप के साथ मिलकर हवाई हमला और समुद्र से समुद्र में युद्ध करने की क्षमता कितनी है।

दक्षिणी चीन सागर में चीन की मौजूदगी का अमेरिका पहले ही काफी विरोध कर चुका है। चीन की तरफ से समुद्री सैन्यीकरण को देखते हुए अमेरिका भी लगातार इस क्षेत्र में अपनी हवाई और समुद्रीय स्थिति को मजबूत करने में जुटा हुआ है।

दक्षिणी चीन सागर के इलाके पर चीन अपना विशेषाधिकार समझता है जिसकी कई देशों में कड़ी आलोचना हो चुकी है और कई देश चीन से इस मुद्दे पर विरोध भी दर्ज करा चुके हैं।