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भारत की तरफ से होने वाले खतरों से निपटने के लिये चीन अपनी पश्चिमी थियेटर कमान में वायु सुरक्षा को बढ़ा रहा है। ये भारत के साथ लगने वाली सीमा लाइन ऑफ ऐक्चुअल कंट्रोल की सुरक्षा पर नज़र रखता है।
चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स में आई खबरों के अनुसार चीनी सेना ने जे-10 फाइटर जेट्स जो एक हल्का मल्टी रोल फाइटर जेट है के फोटोग्राफ जारी किये हैं। इसके साथ ही जे-11 के भी फोटोग्राफ जारी किये गए हैं।
जे-11 ऐसे फाइटर जेट्स हैं जो काफी उचाई पर उड़ सकते हैं। इन फाइटर जेट्स को चीनी सेना पीएलए के पश्चिमी थियेटर कमान की वायुसेना से जुड़े हैं।
इसके साथ ही हाल ही में चीन ने जे-20 स्टेल्थ फाइटर जेट्स को भी तैनात किया है। जो संभवतः पहली बार इस क्षेत्र में तैनात किये गए हैं।
पश्चिमी थियेटर कमान पर भारत से लगी सीमा पर पहाड़ों पर होने वाली लड़ाई की जिम्मेदारी है। एलएसी तिब्बत प्लेटू पर भारत के साथ 3,488 किलोमीटर तक लगती है।
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सिक्किम सेक्टर में डोकलाम में भारत और चीन के बीच हुए तनाव के बाद से दोनों देश संबंधों को सामान्य करने की कोशिश कर रहे हैं।
चीन के एक विशेषज्ञ सॉंग शॉंगपिंग ने कहा है कि ज़रूरत है कि चीन इस पहाड़ के क्षेत्र में हवाई सुरक्षा पर अपने नियंत्रण को मज़बूत करे।
उन्होंने कहा, 'पीएलए के लिये तात्कालिक तौर पर पश्चिमी थियेटर कमान में 3.5 जेनरेशन के फाइटर जेट्स या वहां पर अडवांस्ड फाइटर जेट्स की तैनाती करे।'
उन्होंने कहा कि हालांकि इस तरह की सुरक्षा को बढ़ाने का काम दक्षिणी और पूर्वी थियेटर कमान में ही होता आया है।
सॉंग ने कहा कि भारत के तीसरी जेनरेशन के फाइटर जेट्स हैं ऐसे में चीन को खतरों से निपटने के लिये 3.5 जेनरेशन के एयरक्राफ्ट का इसत्माल भविष्य में होने वाले किसी भी खतरे से निपटने के लिये किया जाना चाहिये।
उन्होंने भारत द्वारा फ्रांस से राफेल खरीद पर टिप्पणी करते हुए कहा, 'भारत नए जेट्स खरीद रहा है ऐसे में चीन को पश्चिमी थियेटर कमान में अपनी स्थिति मजबूत करनी चाहिये।'
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Source : News Nation Bureau