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File photo- Getty Image
पाकिस्तान पर आतंकवादी संगठनों पर लगाम लगाने पर दबाव बनाने के लिए चीन आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिये अपने एक उच्च अधिकारी को पाकिस्तान भेजेगा। इस मौके पर चीन ने नज़रबंद किये गए जमात-उद-दावा के चीफ हाफिज सईद पर गोलमोल जवाब दिया है।
एक सवाल के जवाब में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने जानकारी दी कि उप विदेश मंत्री चेंग ग्वोपिंग आतंकवाद रोधी वार्ता के लिए पाकिस्तान रवाना होंगे। उनसे पूछा गया था कि क्या इस बातचीत में आतंकवाद पर भारत और अफगानिस्तान की चिंता के साथ-साथ पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी गुटों पर भी चर्चा की जाएगी।
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हालांकि, लू ने इस बारे में ज्यादा कुछबोलने से इनकार कर दिया, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि चेंग 6 से 9 फरवरी तक पाकिस्तान के दौरे पर रहेंगे। इसके अलावा लू ने 2008 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद की नजरबंदी के पीछे चीन का हाथ होने की खबरों पर गोलमोल जवाब दिया। उन्होंने कहा कि लंबे समय से पाकिस्तान ने आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए बहुत प्रयास किए हैं। आतंक पर लगाम लगाने की पाकिस्तान की स्वतंत्र नीतियों और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसके सहयोग का चीन समर्थन करता है। लू ने कहा कि सईद को नजरबंद करने का निर्णय पाकिस्तान का अपना निर्णय है और इसमें चीन की कोई भूमिका नहीं है।
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हाफिज़ सईद की नजरबंदी के पीछे अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की आतंकवाद निरोधी नीतियों से बचने के पाकिस्तान की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन पाकिस्तानी मीडिया में चर्चा है कि पाकिस्तान के इस कदम के पीछे चीन का भी दबाव रहा है।
Source : News Nation Bureau