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पाकिस्तान सरकार को बड़ा झटका, चीन ने CPEC से जुड़ी सड़क परियोजना की फंडिंग पर लगाई रोक

चीन ने पाकिस्तान में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के तहत बनने वाले तीन सड़कों के निर्माण में भ्रष्टाचार को देखते हुए अपनी फंडिग को रोकने का फैसला लिया है। चीन के इस कदम से पाकिस्तान सरकार सकते में है।

Updated on: 05 Dec 2017, 10:52 PM

नई दिल्ली:

चीन ने पाकिस्तान में  चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के तहत बनने वाले तीन सड़कों के निर्माण में भ्रष्टाचार को देखते हुए अपनी फंडिग को रोकने का फैसला लिया है। चीन के इस कदम से पाकिस्तान सरकार सकते में है। 

पाकिस्तान में करोड़ों डॉलर की लागत से बनने वाले चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) को लेकर चीन पाकिस्तान को आर्थिक मदद दे रहा था। मीडिया में भ्रष्ट्राचार का मामले सामने आने के बाद चीन की तरफ से फंड रोकने का फैसला लिया गया है।

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के अनुसार बीजिंग द्वारा 'नई गाइडलाइंस' जारी होने के बाद ही फंड जारी किया जाएगा। चीन के इस कदम से पाकिस्तान में बन रहे तीन सड़क परियोजनाओं पर ग्रहण लग जाएगा।

दिलचस्प है कि एक तरफ जहां CPEC के निर्माण में लगातार बाधाएं सामने आ रही हैं वहीं भारत की मदद से ईरान में चाबहार बंदरगाह का एक हिस्सा बनकर तैयार हो गया है और इस पोर्ट के जरिए व्यापार भी शुरू हो गया है। चाबहार के जरिए भारत अफगानिस्तान तक सीधा व्यापार कर सकता है जो रणनीतिक तौर पर पाकिस्तान के लिए झटका माना जा रहा है। 

सीपीईसी के निर्माण में चीन करीब 60 अरब अमेरिकी डॉलर का मदद पाकिस्तान को दे रहा है। सड़क निर्माण के लिए चीन पाकिस्तान में करीब 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का मदद किया है।

चीन के मदद से पाकिस्तान में बन रहा यह सड़क पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) से होकर गुजरेगा। सड़क बन जाने के बाद बीजिंग और पाकिस्तान ब्लूचिस्तान के रास्ते एक दूसरे से जुड़ जाएंगे।

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चीन की तरफ से मदद रोकने के बाद पाकिस्तान में सीपीईसी के बाद जिन तीन सड़कों के निर्माण पर ग्रहण लगेंगे उनमें से एक 210 किलोमीटर लंबी डेरा इस्माइल खान-झॉब रोड शामिल है।

चीन द्वारा फंड रोके जाने के कारण जिन रोड परियोजनाओं पर असर पड़ेगा उनमे 210 किलोमीटर लंबा डेरा इस्माइल खान-झॉब रोड है। यह सड़क 81 अरब की लागत से बन रहा है।

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इसके अलावा 110 किलोमीटर लंबा खुजदार-बसिमा रोड करीब 20 अरब की लागत से बन रहा है। तीसरी परियोजना जो फंड रोके जाने से प्रभावित हो सकती है वह रायकोट से थाकोट के बीच काराकोरम हाइवे। 136 किलोमीटर लंबी इस सड़क के निर्माण पर करीब 8.5 अरब रुपये खर्च होने का अनुमान है।

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