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China ने 24 घंटे में ताइवान की ओर 39 फाइटर प्लेन, 3 जंगी जहाज भेजे

ताइपे का दावा है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) लगभग हर रोज ताइवान के क्षेत्र में लड़ाकू विमान और युद्धक विमान भेज अपनी आक्रामक और विस्तारवादी नीति का प्रदर्शन कर रही है.

Updated on: 22 Dec 2022, 10:46 PM

highlights

  • लगभग हर रोज चीन के लड़ाकू विमान कर रहे ताइवान की सीमा का अतिक्रमण
  • बुधवार सुबह 6 बजे से गुरुवार सुबह 6 बजे तक पीएलए के विमानों ने भरी उड़ान
  • नैसी पेलोसी की ताइपे की यात्रा के बाद चीन ने किया था एक बड़ा युद्ध अभ्यास

ताइपे:

ताइवान (Taiwan) के रक्षा मंत्रालय ने एक बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि चीन की पीएलए सेना ने ताइपे (Taipei) के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन करते हुए बीते 24 घंटों 39 लड़ाकू विमानों और तीन जंगी जहाजों को भेजा. गौरतलब है कि ताइवान पर अपना कब्जा जमाने का दम भरने वाले शी जिनपिंग प्रशासन (Xi Jinping) और ताइपे के बीच तनाव हालिया सालों में काफी बढ़ गया है. खासकर नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) की ताइपे यात्रा के बाद तो इसमें और इजाफा हुआ है. ताइपे का दावा है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) लगभग हर रोज ताइवान के क्षेत्र में लड़ाकू विमान और युद्धक विमान भेज अपनी आक्रामक और विस्तारवादी नीति का प्रदर्शन कर रही है. 

अनौपचारिक हवाई सीमा का बीजिंग ने किया उल्लंघन
इस कड़ी में स्व-शासित द्वीपीय देश ताइवान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार बुधवार सुबह 6 बजे से गुरुवार सुबह 6 बजे के बीच 30 चीनी विमानों ने ताइवान जलडमरूमध्य को पार किया. यह दोनों देशों के बीच एक अनौपचारिक सीमा है, जिसे दोनों पक्षों ने स्वीकार कर लिया था. ताइवान द्वारा अपने दावे के समर्थन में पेश किए उड़ान पैटर्न के अनुसार चीन के लड़ाकू विमानों ने पहले इस द्वीपीय देश के दक्षिण-पश्चिम में उड़ान भरी और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर जाकर उसी रास्ते से वापसी की. ताइपे की ओर उड़ान भरने वाले विमानों में 21 जे-16 फाइटर जेट थे, 4 एच-6 बांबर और दो पूर्व चेतावनी देने वाले एयरक्राफ्ट शामिल थे.

नैंसी पेलोसी की ताइपे यात्रा के बाद तनाव और बढ़ा
ताइवान ने कहा कि उसने अपने मिसाइल सिस्टम और नौसैनिक बेड़े से चीन के लड़ाकू विमानों पर नजर रखी. गौरतलब है कि अगस्त में अमेरिकी कांग्रेस स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद चीन की पीएलए सेना ने एक बड़ा युद्ध अभ्यास किया था. सुविज्ञ रहे कि बीजिंग द्वीप पर विदेशी सरकारों की यात्राओं को ताइवान को स्वतंत्र देश बतौर मान्यता देने और उस पर चीन की संप्रभुता के दावे के लिए एक चुनौती के रूप में देखता है. पीएलए दशकों से ताइवान के खिलाफ बड़े सैन्य अभ्यास करता आ रहा है. वह ताइवान के जलडमरूमध्य के भाग में नियमित रूप से अपने लड़ाकू विमानों को भेज सीमा का उल्लंघन कर रहा है. विगत दिनों उसने ताइवान पर ही मिसाइलें दागीं जो जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में गिरी थीं.