Israel Palestine Conflict: फिलिस्तीनी समूह हमास (Hamas) का इज़रायल (Israel) पर बड़े हमले के पीछे रूस (Russia), चीन (China) और ईरान (Iran) की प्रमुख भूमिका रही है, एक आकलन में कहा गया है कि जहां ईरान हमास को खुला प्रशिक्षण दे रहा है, वहीं रूस राजनीतिक रूप से निकटता के लिए जाना जाता है, चीन उसके लिए तकनीकी हमले के लिए अहम है. हमास का हमले में इजरायल पर 5 हजार से अधिक रॉकेट दागे गए हैं, अब तक दोनों ओर से छह सौ से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, यह हमले 20 से ज्यादा इजरायली कस्बों और सेना के ठिकानों पर किए गए, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल को बड़ा नुकसान हुआ है, ऐसी आशंका जताई जा रही है कि करीब 250 से ज्यादा लोगों की मौत और 15000 से ज्यादा लोग घायल हो गए, यह गिनती बढ़ भी सकती है,
यहूदी कैलेंडर का सबसे खास दिन
इस्लामवादी समूह ने 1973 के योम किप्पुर युद्ध के 50 साल के मौके पर यह हमला किया. इस दिन एक प्रमुख- सब्बाथ और सुक्कोट के नाम का यहूदियों का अवकाश होता है. इस दिन भूमि, समुद्र और हवाई मार्ग से इज़राइल पर बड़ा हमला हुआ. ऐसे हमले की किसी को भी बिल्कुल उम्मीद नहीं थी. योम किप्पुर यहूदी कैलेंडर का सबसे खास दिन माना जाता है.
तुर्की ने हमास को दिया विस्फोटक
ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि तुर्की ने हमास को विस्फोटक मुहैया कराया था. वहीं इज़रायल ने काफी हद तक इसे रोक लिया. किसी ने इस बारे में बात नहीं की है. इसके साथ खुफिया एजेंसियों के आकलन में तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन ने संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) की एक सीक्रेट यात्रा भी की थी.
Source : News Nation Bureau