अंतरराष्ट्रीय संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की ग्रे लिस्ट शामिल किये जाने के वक्त पाकिस्तान को समर्थन देने से पीछे हट गया था। लेकिन अब वो आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को लेकर पाकिस्तान का समर्थन कर रहा है।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता लू खांग ने कहा कि चीन आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान के साथ सहयोग को मजबूत करता रहेगा।
उन्होंने कहा, 'हर वक्त का साथी के तौर पर चीन पाकिस्तान के साथ आतंकवाद के खात्मे के लिये सहयोग करता रहेगा।'
उन्होंने कहा, 'आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान सरकार और वहां की जनता ने काफी बलिदान दिया है... हाल के सालों में पाकिस्तान ने आतंकवाद को खत्म करने और उन्हें मिल रही आर्थिक मदद को रोकने के लिये कड़े कदम उठाए हैं। चीन इस बात को मानता है।'
उन्होंने कहा कि आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की आलोचना नहीं होनी चाहिये और हर पहलू को देखा जाना चाहिये।
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उन्होंने कहा, 'हम सभी अंतरराष्ट्रीय पक्षों से आग्रह करते हैं कि वो पाकिस्तान की कोशिशों को वस्तुगत और न्यायपूर्ण होकर देखें और उसकी पक्षपातपूर्ण आलोचना से बचें।'
22 फरवरी को चीन, तुर्की और यूएई ने पाकिस्तान का साथ देने का फैसला किया था। लेकिन अमेरिका और दूसरे देशों के दबाव के आगे चीन को भी पीछ हटना पड़ा।
एफएटीएफ ने पाकिस्तान को कहा गया है कि वो एक ऐक्शन प्लान दे कि वो आतंक को आर्थिक मदद रोकने के लिये संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् के प्रस्तावों को किस तरह से लागू करेगा।
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Source : News Nation Bureau