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डाकोला विवाद: चीनी मीडिया का दावा, भारतीय सीमा के पास चीन ने जमा किए सैनिक और हथियार

चीनी मीडिया के मुताबिक चीन की सेना भारत से सटे तिब्बत में 'हजारों टन' सैन्य सामान लेकर जमा हो चुकी है।

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Deepak Kumar
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डाकोला विवाद: चीनी मीडिया का दावा, भारतीय सीमा के पास चीन ने जमा किए सैनिक और हथियार

भारतीय सीमा पर डटी चीनी सेना (फाइल फोटो-पीटीआई)

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डाकोला में भारत और चीन के बीच तनातनी कम होती नहीं दिख रही है। चीनी मीडिया के मुताबिक चीन की सेना भारत से सटे तिब्बत में 'हजारों टन' सैन्य सामान लेकर जमा हो चुकी है।

चीनी मीडिया पीएलए डेली (पीपल्स लिबरेशन आर्मी डेली) के मुताबिक चीन के वेस्टर्न थियेटर कमांड ने उत्तरी तिब्बत स्थित कुलनुन पहाड़ी में भारी मात्रा में हथियार पहुंचा दिया है। बता दें कि वेस्टर्न थियेटर कमांड शिनजियेंग और तिब्बत के अशांत इलाक़ों में सीमा संबंधी देखरेख करता है।

रिपोर्ट में कहा गया है, 'रेल और सड़क मार्ग के ज़रिए चीनी सेना ने सैनिक सामान और मिलिटरी उपकरण जमा करने का सिलसिला पिछले महीने यानी कि जून से ही शुरू कर दिया था।'

पिछले कुछ समय में देखें तो चीनी मीडिया ने भारत पर रणनीतिक दबाव बनाने के लिए इस तरह की कई ख़बरे लिकी है। हालांकि अब तक किसी भी अधिकारिक सूत्रों द्वारा इस ख़बर की सत्यता को लेकर कोई बयान नहीं आया है।

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पिछले हफ्ते ही चीनी मीडिया सीसीटीवी के हवाले से कहा गया था, 'पीपल लिबरेशन आर्मी ने तिब्बत के पठारो में सैन्यभयास किया है और इस दौरान बारी मात्रा में गोलाबारूद का प्रयोग किया है।'

हॉन्ग कॉन्ग के साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने बुधवार को चीन के पीएलए डेली के हवाले से बताया, 'वेस्टर्न थिअटर कमांड ने उत्तरी तिब्बत में स्थित कुनलुन पहाड़ी क्षेत्र में ये सारा सामान जमा किया है। चीनी सेना का वेस्टर्न थिअटर कमांड शिनजांग प्रांत और तिब्बत के मामलों के साथ-साथ भारत के साथ जुड़े सीमा विवादों को भी संभालता है।'

चीन डाकोला में जारी विवाद को खत्म करने के लिए रोज नए-नए पैतरे अपना रहा है। चीन की सरकारी मीडिया एक ओर इस मामले में खुलकर भारत को धमका रहा है, तो वहीं चीन कूटनीतिक व सैन्य स्तर पर भारत के ऊपर दबाव बनाने की पूरी कोशिश कर रहा है।

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डाकोला भूटान का भूभाग है और चीन चाहता है कि वो तिब्बत की चुंबी घाटी स्थित डाकोला में सड़क बनाए। वहीं भारत और भूटान के लिए ये सड़क सामरिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए दोनों देश चीन के इस फ़ैसले का विरोध कर रहे हैं।

बता दें कि भारत और उसके उत्तरपूर्व राज्यों को जोड़ने वाला सिलिगुड़ी गलियारा यहां से ठीक नीचे 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। भारत का तर्क है कि यह हिस्सा भूटान के अंतर्गत आता है, इसलिए अगर चीन यहां सड़क बनाता है तो भारत के आंतरिक सुरक्षा के लिहाज़ से काफी ख़तरनाक होगा।

भारत ने अपना रुख़ स्पष्ट करते हुए कहा है कि जब तक चीन डाकोला से बाहर नहीं निकलता, तब तक भारतीय सेना सीमा पर ही डटी रहेगी।

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HIGHLIGHTS

  • चीन की सेना भारत से सटे तिब्बत में 'हजारों टन' सैन्य सामान लेकर जमा हो चुकी है
  • चीन के वेस्टर्न थियेटर कमांड ने उत्तरी तिब्बत स्थित कुलनुन पहाड़ी में भारी मात्रा में हथियार पहुंचा दिया है
  • डाकोला भूटान का भूभाग है और चीन चाहता है कि वो तिब्बत की चुंबी घाटी स्थित डाकोला में सड़क बनाए

Source : News Nation Bureau

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