उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन मंगलवार को अचानक चीन के दौरे पर पहुंचे. समझा जाता है कि कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु हथियार मुक्त करने को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ संभावित दूसरे शिखर सम्मेलन से पहले अपने एकमात्र बड़े सहयोगी के साथ समन्वय करने के प्रयास के तहत वह चीन दौरे पर पहुंचे हैं. राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निमंत्रण पर किम सात जनवरी से दस जनवरी तक चीन के दौरे पर हैं. यह जानकारी सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ ने मंगलवार को दी. खबरों के मुताबिक उनके साथ उनकी पत्नी री सोल जू और वरिष्ठ अधिकारी हैं जिनमें किम योंग चोल भी हैं. अमेरिका और दक्षिण कोरिया के साथ कूटनीतिक समझौते में चोल उनके प्रमुख सहयोगी हैं.
कुछ दिनों पहले किम ने चेतावनी दी थी कि अगर अमेरिका ने प्रतिबंधों में ढील नहीं दी और दबाव कम नहीं किया तो वह वैकल्पिक मार्ग चुन सकते हैं. यह दौरा ऐसे समय में भी हो रहा है जब किम और ट्रम्प के बीच दूसरे शिखर सम्मेलन की बातचीत चल रही है. दोनों के बीच पहला शिखर सम्मेलन पिछले वर्ष जून में सिंगापुर में हुआ था.
ट्रम्प के साथ पहली बैठक से पहले और बाद में भी किम ने पिछले वर्ष शी से मुलाकात की थी. दक्षिण कोरिया की योनहाप संवाद समिति ने खबर दी थी कि उत्तर कोरिया की एक रेलगाड़ी चीन की सीमा में पहुंची है जिसके बाद सोमवार को कयास लगाए जाने लगे थे कि किम चीन के दौरे पर हैं.
दोनों देशों की मीडिया ने मंगलवार की सुबह दौरे की पुष्टि की जब किम की विशिष्ट हरे और पीले रंग की रेलगाड़ी बीजिंग के एक स्टेशन पर पहुंची.
Source : News Nation Bureau