ब्रिक्स सहयोग की मजबूती में चीन की महत्वपूर्ण भूमिका: NDB President

ब्राजील के आर्थिक मामलों के पूर्व मंत्री और ब्रिक्स नव विकास बैंक (एनडीबी) के अध्यक्ष मार्कोस ट्रायजो ने 4 नवंबर को चाइना मीडिया ग्रुप को दिए एक खास इंटरव्यू में कहा कि ब्रिक्स सहयोग की मजबूती में चीन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.  मार्च 2012 में ब्रिक्स देशों का चौथा शिखर सम्मेलन भारत की दिल्ली में आयोजित हुआ, इसमें भाग लेने वाले विभिन्न देशों के नेताओं ने एक नव विकास बैंक की स्थापना करने पर विचार विमर्श किया. दो साल बाद, ब्रिक्स देशों के छठे शिखर सम्मेलन के दौरान, चीन, ब्राजील, रूस, भारत और दक्षिण अफ्रीका के नेताओं ने नव विकास बैंक की स्थापना वाले समझौते पर हस्ताक्षर किए.

ब्राजील के आर्थिक मामलों के पूर्व मंत्री और ब्रिक्स नव विकास बैंक (एनडीबी) के अध्यक्ष मार्कोस ट्रायजो ने 4 नवंबर को चाइना मीडिया ग्रुप को दिए एक खास इंटरव्यू में कहा कि ब्रिक्स सहयोग की मजबूती में चीन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.  मार्च 2012 में ब्रिक्स देशों का चौथा शिखर सम्मेलन भारत की दिल्ली में आयोजित हुआ, इसमें भाग लेने वाले विभिन्न देशों के नेताओं ने एक नव विकास बैंक की स्थापना करने पर विचार विमर्श किया. दो साल बाद, ब्रिक्स देशों के छठे शिखर सम्मेलन के दौरान, चीन, ब्राजील, रूस, भारत और दक्षिण अफ्रीका के नेताओं ने नव विकास बैंक की स्थापना वाले समझौते पर हस्ताक्षर किए.

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IANS
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NDB President

(source : IANS)( Photo Credit : Twitter)

ब्राजील के आर्थिक मामलों के पूर्व मंत्री और ब्रिक्स नव विकास बैंक (एनडीबी) के अध्यक्ष मार्कोस ट्रायजो ने 4 नवंबर को चाइना मीडिया ग्रुप को दिए एक खास इंटरव्यू में कहा कि ब्रिक्स सहयोग की मजबूती में चीन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.  मार्च 2012 में ब्रिक्स देशों का चौथा शिखर सम्मेलन भारत की दिल्ली में आयोजित हुआ, इसमें भाग लेने वाले विभिन्न देशों के नेताओं ने एक नव विकास बैंक की स्थापना करने पर विचार विमर्श किया. दो साल बाद, ब्रिक्स देशों के छठे शिखर सम्मेलन के दौरान, चीन, ब्राजील, रूस, भारत और दक्षिण अफ्रीका के नेताओं ने नव विकास बैंक की स्थापना वाले समझौते पर हस्ताक्षर किए.

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ट्रॉयजो ने कहा कि विकासशील देशों के नेतृत्व में इस बहुपक्षीय विकास बैंक का ऐतिहासिक महत्व है. उसके द्वारा लागू की जाने वाली समानता की अवधारणा ब्रिक्स देशों द्वारा नई अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था स्थापित करने का एक प्रयास है.

ट्रॉयजो के विचार में ब्रिक्स एनडीबी की सुंदरता लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में मौजूद है. उदाहरण के लिए लैटिन अमेरिका में बड़े सौर ऊर्जा संयंत्रों के निर्माण के लिए ब्राजील को ब्रिक्स एनडीबी से निवेश प्राप्त हुआ, भारत को रेल मार्ग के निर्माण के लिए ब्रिक्स एनडीबी से निवेश प्राप्त होता है, वहीं, चीन में एनडीबी की परियोजनाएं मुख्य रूप से स्वच्छ ऊर्जा के लिए पवन ऊर्जा का उपयोग करती हैं. इन उत्कृष्ट उदाहरणों का एक लाभ यह है कि इन्हें अन्य विकासशील देशों के लिए सामान्यीकृत किया जा सकता है.

23 जून 2022 को, ब्रिक्स देशों के नेताओं का 14वें शिखर सम्मेलन वीडियो के माध्यम से आयोजित हुआ, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने इसकी अध्यक्षता की. इस वर्ष चीन ब्रिक्स का अध्यक्ष देश है, साल भर में विभिन्न क्षेत्र में ब्रिक्स की 170 से अधिक गतिविधियों की मेजबानी करेगा. इसके साथ ही कई ब्रिक्स प्लस गतिविधियों ने 50 से अधिक गैर-ब्रिक्स देशों की भागीदारी को आकर्षित किया है. इससे ब्रिक्स तंत्र की मजबूत चुंबकीय शक्ति पूरी तरह से प्रदर्शित की गई है.

ट्रॉयजो ने कहा कि चीन ब्रिक्स सहयोग को बढ़ावा देने और मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ब्रिक्स सहयोग में अर्थव्यवस्था और व्यापार से कहीं अधिक शामिल है. ब्रिक्स देशों ने पर्यावरण, स्वास्थ्य, विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर कई मंत्री स्तरीय सम्मेलनों की मेजबानी की है, यह प्रदर्शित करते हुए कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच संवाद वास्तव में परिवर्तनकारी है. ब्रिक्स तंत्र के कारण, इन देशों के नेता, जो दुनिया के भविष्य और मानव जाति के भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं, साल में तीन या चार बार मिलते हैं. इस प्रकार के घनिष्ठ संपर्क, नियमित संवाद को बढ़ावा देने का यह तंत्र, वैश्विक सहयोग में एक महत्वपूर्ण योगदान है.

आंकड़ों के अनुसार, साल 2021 में पांच ब्रिक्स देशों ने 7.6 प्रतिशत की आर्थिक विकास दर हासिल की, जो विश्व औसत स्तर के 5.5 प्रतिशत से बहुत अधिक है. ब्रिक्स एनडीबी के अध्यक्ष ट्रॉयजो ने कहा कि ब्रिक्स देश वास्तव में विश्व के आर्थिक विकास के पीछे मुख्य प्रेरक शक्ति हैं.

Source : IANS

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