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China के पूर्व राष्ट्रपति जियांग जेमिन का ल्यूकेमिया से 96 की उम्र में निधन

जियांग के कार्यकाल में कई एतिहासिक बदलाव चीन ने देखे. उनके ही शासनकाल में बाजार उन्मुख सुधार लागू किए गए, 1997 में ब्रिटिश शासन से हांगकांग की वापसी हुई और 2001 में विश्व व्यापार संगठन में बीजिंग को प्रवेश मिला.

Updated on: 30 Nov 2022, 03:28 PM

highlights

  • ल्यूकेमिया से शरीर के कई अंगों ने काम करना किया बंद
  • 1989 के तियानमेन चौक कर्रवाई के बाद संभाली थी सत्ता
  • जियांग ने तेज विकास के लिए आर्थिक सुधार किए थे लागू

शंघाई:

तियानमेन स्क्वॉयर पर लोकतंत्र समर्थक आंदोलन को सैन्य बल से कुचलने के बाद वैश्विक मंच पर अलग-थलग पड़े चीन (China) को बाहर निकालने वाले और दशकों तक तेज विकास के लिए आर्थिक सुधारों का समर्थन कर उन्हें लागू करने वाले पूर्व राष्ट्रपति जियांग जेमिन (Jiang Zemin) का 96 साल की उम्र में निधन हो गया. वह ल्यूकेमिया (leukaemia) बीमारी से पीड़ित थे, जिसकी वजह से उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था. जियांग जेमिन ने 1989 में तियानमेन चौक (Tiananmen Square) पर लोकतंत्र समर्थकों पर सेना के हिंसक दमन और अत्याचार के बाद देश की सत्ता संभाली थी. चीन के सरकारी मीडिया के अनुसार जियांग जेमिन की स्थानीय समयानुसार शंघाई में दोपहर 12:13 बजे मौत हुई. शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी, संसद, कैबिनेट और सेना द्वारा मौत की घोषणा करता पत्र भी प्रकाशित किया. जियांग जेमिन की मौत के बाद चीन की समाचार और अन्य वेबसाइट स्याह-सफेद रंग में नजर आ रही हैं.

जियांग के कार्यकाल में कई एतिहासिक बदलाव चीन ने देखे
1989 में तियानमेन में लोकतंत्र समर्थकों के दमन के बाद जियांग जेमिन का सत्ता की बागडोर सौंपना अचंभित करने वाला कदम था, क्योंकि उस समय कम्युनिस्ट पार्टी में कई गुट सक्रिय थे. जियांग के कार्यकाल में कई एतिहासिक बदलाव चीन ने देखे. उनके ही शासनकाल में बाजार उन्मुख सुधार लागू किए गए, 1997 में ब्रिटिश शासन से हांगकांग की वापसी हुई और 2001 में विश्व व्यापार संगठन में बीजिंग को प्रवेश मिला. विश्व व्यापार संगठन के जरिये चीन ने अपने द्वार दुनिया के लिए खोले थे. हालांकि इसी दौरान जियांग जेमिन को अपनी ऊर्जा घरेलू असंतोष को खत्म करने पर भी खर्च करनी पड़ी. जियांग जेमिन सरकार ने मानवाधिकार, श्रम और लोकतंत्र कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया. इसके साथ ही आध्यात्मिक आंदोलन फालुन गोंग पर प्रतिबंध लगाया गया, जिसे कम्युनिस्ट पार्टी सत्ता पर एकाधिकार के लिए खतरे के रूप में देखती थी.

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जिनपिंग सरकार ने जियांग जेमिन को प्रिय कॉमरेड बताया
शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने जियांग जेमिन की मौत पर चीन सरकार, कम्युनिस्ट पार्टी, संसद की ओर से जारी पत्र जारी किया. इसमें लिखा है, 'कॉमरेड जियांग जेमिन की मौत हमारी पार्टी और हमारी सेना और हमारे सभी जातीय समूहों के लोगों के लिए एक अपूरणीय क्षति है. हमें उनकी मौत की खबर देते हुए गहर दुख हो रहा है.' शी जिनपिंग सरकार ने जियांग जेमिन को प्रिय कॉमरेड बताते हुए कहा, 'जियांग जेमिन उच्च प्रतिष्ठा के एक उत्कृष्ट नेता, एक महान मार्क्सवादी, राजनेता, सैन्य रणनीतिकार और राजनयिक और कम्युनिस्ट सेनानी थे.' गौरतलब है कि 1989 में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों पर तियानमेन चौक पर खूनी  कार्रवाई के बाद जियांग को चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी का प्रमुख बनाया गया था. उन्होंने देश को राजनयिक अलगाव से बाहर निकाल संयुक्त राज्य अमेरिका से संबंधों को पटरी पर लाने का काम भी किया.