China Former PM: चीन के पूर्व पीएम ली केकियांग का निधन हो गया है. ये घटना गुरुवार की आधी रात को हुई. जानकारी के अनुसार उनकी मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई. वो 68 साल के थे. चीन की सरकारी मिडिया के अनुसार ये घटना शंघाई में हुई. उन्होंने आधुनिक चीन को खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई. पूर्व पीएम ली केकियांग दो दशक तक इस पद पर बन रहे. उन्होंने 2013 से लेकर 2023 तक पीएम के बद पर बने रहें.
आधी रात की घटना
चीन की सरकारी मिडिया ग्लोबल टाइम्स के अनुसार उनकी मौत हार्ट अटैक से हुआ जो गुरुवार रात 12 बजकर 10 मिनट पर चीन की आर्थिक राजधानी शंघाई में हुआ. जानकारी के अनुसार उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी. जानकारी के अनुसार ली यहां छुट्टियां मनाने गए थे. इस दौरान ये हादसा हो गया.
ली केकियांग 2013 से लेकर 2023 तक चीन के प्रधानमंत्री का पद संभाल चुके हैं. वो 17वीं, 18वीं, और 19वीं पॉलित ब्यूरो के सदस्य रह चुके हैं. वो 2012 से लेकर 2022 तक चीन के दूसरे सबसे मजबूत नेता रहे हैं. केकियांग को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का करीबी माना जाता था. उन्होंने चीन के विकास के लिए कई आर्थिक बदलाव किए और बड़े फैसले लिए.
ली का निजी जीवन
ली केकियांग का जन्म 1 जुलाई 1955 को चीन के अनहुई शहर में हुआ था. उन्होंने चीन के प्रतिष्ठित पैकिंग युनिवर्सिटी से लॉ और इकनॉमिक्स की पढ़ाई की है. उन्हें पाकिस्तान के दूसरे सबसे बड़े सम्मान 'निशान ए पाकिस्तान' से नवाजा गया है. उन्होंने 1983 में चेंग होंग के साथ शादी की. वो उस वक्त बीजिंग की युनिवर्सिटी में इंग्लिश की प्रोफेसर थी. ली को एक बच्चा है.
ली का ली कार्यकाल
अपने कार्यकाल में चीन के वित्त और आर्थिक नीति, विदेश नीति, राष्ट्र सुरक्षा और आर्थिक सुधारों को मजबूती के साथ ठीक करने का काम किया. ली की कैबिनेट ने 2015 में ही चीन के 2025 के प्लान की रूपरेखा खींच दी थी. उन्होंने सरकारी अधिकारियों के काम के तरीकों में काफी बदलाव किया. उन्हें जनता के हिसाब से बनाया. वहीं स्टील के मामले में चीन आज दुनिया में शीर्ष पर है उसका श्रेय ली को जाता है. चीन में आज जो भी टेक्नोलॉजी दिखाई दे रहा है उसका लिए ली ने काफी बदलाव किए और आर्थिक सुधार वाले फैसले किए जिसकी वजह से चीन आज यहां बना हुआ है.
चीन के रक्षा मंत्री गायब
चीन के विदेश मंत्री के बाद अब चीन के रक्षा मंत्री भी कुछ महीने से गायब है. वो इस वक्त कहां है इसकी जानकारी किसी को नहीं है. माना जा रहा है कि चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के इशारे पर साइड लाइन किया गया है.
Source : News Nation Bureau