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China Condom Sale: कोरोना के बाद चीन में बढ़ा कंडोम का बाजार, वजह जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान

चीन में कंडोम की बिक्री में जबरदस्त इजाफा हुआ है. कंडोम कारोबार से जुड़ी कंपनियों का मुनाफा भी तेजी से बढ़ा है.

Updated on: 27 Jul 2023, 02:18 PM

highlights

  • चीन में गुलजार कंडोम बाजार
  • युवाओं के पास नहीं है रोजगार
  • बुरा है अर्थव्यवस्था का हाल 

नई दिल्ली:

Condom Sale In China: कोरोना संक्रमण की वजह से लंबे वक्त तक लॉकडाउन (Lockdown) झेलने के बाद मौजूदा समय में चीन (Chins) की अर्थव्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है. युवाओं के पास नौकरी नहीं है. आर्थिक आंकड़ों से पता चलता है कि महामारी के बाद चीन की अर्थव्यवस्था तेजी से नीचे गिरी है. हालात ये हैं कि चीन में खरीदारों की संख्या में बेहद कमी देखी गई है जिसकी वजह से बाजार बुरी तरह प्रभावित हुआ है. भले ही बाजार में खरीदार कम हो गए हैं लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि इस दौर में चीन में कंडोम (Condom) की बिक्री में जबरदस्त इजाफा हुआ है. कंडोम कारोबार से जुड़ी कंपनियों का मुनाफा भी तेजी से बढ़ा है. 

बढ़े कंडोम के खरीददार 

ड्यूरेक्स निर्माता रेकिट ने कमाई के जो आंकड़े  बताएं हैं उसके मुताबिक व्यवसाय में शुद्ध राजस्व वृद्धि 8.8 प्रतिशत हुई है. कंपनी का कहना है कि लॉकडाउन के वक्त भी कंडोम खरीददारों की कमी नहीं थी और अब पाबंदियां खुलने के बाद भी मुनाफा बढ़ा है. कंपनी चीन के बाजार में कंडोम की बढ़ती मांग को देखते हुए नए प्रोडेक्ट शुरू करने पर विचार कर रही है. रेकिट की वेबसाइट पर कहा गया है, "ड्यूरेक्स स्कीम-2 पर कार्य शुरू होने वाला है और ये सुविधा जनवरी 2026 में चालू हो जाएगी." 

गुलजार है कंडोम बाजार

रेकिट की तरफ से हाल ही में एक बयान में कहा गया कि उपभोक्ता कंपनियों और अर्थशास्त्रियों के मुताबिक, चीन के बाजार बुरी तरह टूट रहे हैं लेकिन, कंडोम के खरीददारों में इस तंगी का कोई असर नहीं पड़ा है. चीन के हालिया आर्थिक आंकड़ों से पता चला है कि कोरोना महामारी के अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई है. कंपनियां और निवेशकों की चिंता बढ़ गई है लेकिन खरीदारों की बढ़ती संख्या की वजह से कंडोम का बाजार गुलजार है.

बेरोजगार हैं युवा 

चीन की आर्थिक बदहाली का आलम ये है कि पढ़े-लिखे युवाओं के पास नौकरी नहीं है. युवा घर पर बेकार बैठने को मजबूर हैं. देश की राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि जून 2023 तक 16 से 24 साल तक के आयु वर्ग वाले युवाओं में बेरोजगारी की दर 21 प्रतिशत पार कर गई. इस साल चीन में रिकॉर्ड 1.15 करोड़ युवा ग्रेजुएट हो रहे हैं. ऐसे में सरकार के पास इन युवाओं के लिए कोई पुख्ता प्लान नहीं है. नौकरी के नए अवसर तलाशना बड़ी चुनौती है.