संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरिया के खिलाफ एकजुटता के बीच दोस्त चीन ने भी उत्तर कोरिया के साथ दोस्ती में कटौती शुरु कर दी है। चीन ने ऐलान किया है कि वो उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल विकास कार्यक्रम के बाद संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के तहत उत्तर कोरिया को तेल निर्यात सीमित कर देगा।
ध्यान देने वाली बात है कि चीन उत्तर कोरिया को सबसे बड़ा तेल निर्यातक देश है। चीन उत्तर कोरिया का अह्म व्यापारिक सहयोग वाला देश है। चीन उत्तर कोरिया की व्यापारिक, ऊर्जा आपूर्ति करने वाला, और राजनयिक सहयोगकर्ता देश है।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, 'उत्तर कोरिया को परिष्कृत पेट्रोलियम का निर्यात प्रति वर्ष 2 मिलियन बैरल तक सीमित होगा और तरलीकृत प्राकृतिक गैस की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध 1 जनवरी से प्रभावी हो जाएगा। '
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इसके अलावा मंत्रालय ने बताया है कि चीन, उत्तर कोरिया से कपड़ा आयात पर भी प्रतिबंध लगाएगा। हाल ही में संयुक्त राष्ट्र ने उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंध लगाए थे। यह प्रतिबंद्ध लगातार उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु परीक्षण के चलते लगाए गए हैं।
प्रतिबंधों का मकसद उत्तर कोरिया के आय के स्रोतों को कमज़ोर करना है। उत्तर कोरिया पर लगे इन प्रतिबंधों का मसौदा अमेरिका ने तैयार किया है जिसे चीन, रूस समेत सभी 15 सदस्यों ने मंजूरी दी है।
अमेरीका और उत्तर कोरिया के बीच खींचातनी का दौर चल रहा है और उत्तर कोरिया का तानाशाह शासक किम जोंग उन झुकने को तैयार नहीं हैं।
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Source : News Nation Bureau