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कनाडा के प्रधानमंत्री की पत्‍नी सोफी को कोरोना वायरस, जस्‍टिन ट्रूडो ने लिया बड़ा फैसला

कोरोना वायरस ने दुनिया भर में कहर बरपा दिया है. चीन से उपजा यह वायरस दुनिया भर में फैल गया है. WHO ने इसे महामारी डिक्‍लेयर कर दिया है. इस बीच खबर है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्‍टिन ट्रूडो की पत्‍नी को भी कोरोना वायरस ने चपेट में ले लिया है.

Updated on: 13 Mar 2020, 09:26 AM

नई दिल्‍ली:

कोरोना वायरस ने दुनिया भर में कहर बरपा दिया है. चीन से उपजा यह वायरस दुनिया भर में फैल गया है. WHO ने इसे महामारी डिक्‍लेयर कर दिया है. इस बीच खबर है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्‍टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) की पत्‍नी को भी कोरोना वायरस ने चपेट में ले लिया है. जस्‍टिन ट्रूडो की पत्‍नी की जांच में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है. कनाडाई मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जस्‍टिन ट्रूडो की पत्नी सोफी का कुछ दिन पहले ही जांच के लिए सैंपल भेजा गया था, जिसका रिजल्‍ट पॉजिटिव आया है. बताया जा रहा है कि सोफी गुरुवार को ब्रिटेन से एक कार्यक्रम से लौटी थीं और उसके बाद उनमें फ्लू जैसे लक्षण दिखे थे. उसके बाद डॉक्टरों ने टेस्ट के लिए सैंपल लिए थे.

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मीडिया में सोफी को कोरोना वायरस होने की खबर आने पर जस्टिन ट्रूडो ने ऐलान किया कि वे पत्नी से अलग रह रहे हैं. सोफी ट्रूडो की भी इसे लेकर सहमति है. यह भी खबर आ रही है कि जस्‍टिन ट्रूडो अभी अपने कार्यालय नहीं जा रहे हैं और सारा काम फोन पर ही निपटा रहे हैं. ट्रूडो अपनी सारी मीटिंग, फोन कॉल और वर्चुअल मीटिंग अपने घर से ही कर रहे हैं.

डॉक्टरों ने पीएम ट्रूडो की भी जांच की, लेकिन उनमें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं मिले. डॉक्टरों ने कहा है कि वे रोजाना का काम कर सकते हैं, लेकिन उन्हें अपने शारीरिक लक्षणों पर लगातार निगाह रखनी होगी. पीएमओ की ओर से जारी बयान के मुताबिक, जस्टिन ट्रूडो ने खुद को सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर रखने का फैसला किया है और जब तक सोफी ट्रूडो दुरुस्‍त नहीं हो जातीं, वे घर से ही काम करेंगे.

कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए ब्रिटेन ने अनुमान लगाया है कि देश में 10,000 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए होंगे. सरकार के मुख्य सलाहकार पैट्रिक वालंस ने कहा कि अभी तक 590 मामलों की पुष्टि हुई है लेकिन इस वायरस से 5,000 से 10,000 लोगों के संक्रमित होने की आशंका है. उन्होंने कहा कि इटली में जितनी संख्या में मामले सामने आये हैं और यूरोप के अन्य देशों की तुलना में ब्रिटेन करीब चार हफ्ते पीछे है.

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प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एक पीढ़ी के लिए इस महामारी को सर्वाधिक गंभीर जन स्वास्थ्य संकट घोषित किया है. ब्रिटेन में इस वायरस के संक्रमण से अब तक 10 मौतें हुई हैं. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन इसके प्रसार को रोकने के लिए गर्मी के मौसम का इंतजार करने की रणनीति पर काम कर रहा है. डाउनिंग स्ट्रीट में कैबिनेट ऑफिस ब्रीफिंग रूम की एक आपात बैठक की अध्यक्षता के बाद जॉनसन ने घोषणा की कि सर्दी-जुकाम और तेज बुखार सहित फ्लू जैसे लक्षण दिखने पर लोग अगले सात दिन तक खुद को घर में स्व-पृथक करें.