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ब्रिटेन से आई भारत के लिए खुशखबरी,  ऋषि सुनक बनेंगे पीएम, पहले राउंड की वोटिंग में सबसे आगे निकले !

भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रेस में बोरिस जॉनसन की जगह लेने के लिए सबसे आगे निकल गए हैं. भारतीय मूल के ऋषि सुनक को 88 सांसदों ने अपना समर्थन दे दिया है.

Updated on: 13 Jul 2022, 11:36 PM

नई दिल्ली:

भारतीय मूल के ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रेस में बोरिस जॉनसन की जगह लेने के लिए सबसे आगे निकल गए हैं. भारतीय मूल के ऋषि सुनक को 88 सांसदों ने अपना समर्थन दे दिया है. कंजरवेटिव पार्टी के सांसदों का वोट जुटाने के लिए हुई पहले दर की वोटिंग में सभी उम्मीदवारों से आगे निकल गए हैं. ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने 88 सांसदों का वोट जुटा लिया है. जबकि पेनी मोरदाउंत 67 वोट के साथ दूसरे नम्बर पर है. इस तरह वे 21 वोटों से पीछे हैं. वहीं, ब्रिटेन की विदेश मंत्री रहीं ट्रस लीज को सिर्फ 50 वोट मिले हैं. इस बीच वित्त मंत्री नाधिम झावी और पूर्व कैबिनेट मंत्री जेरेमी हंट पीएम की दौर से ही बाहर हो गए हैं.

सूनक ने पद से इस्तीफा देकर जॉन्सन पर बढ़ाया ता दबाव
भारतीय मूल के ऋषि सुनक बोरिस जॉनसन सरकार में वित्त मंत्री थे. लेकिन, उन्होंने बोरिस जॉनसन के भारत दौरे के बाद वायरल हुए उनकी जेसीबी वाली फोटो के बाद मचे बवाल के बाद  ब्रिटेन में ऋषि सुनक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफे के बाद  कई मंत्रियों ने भी अपना पद छोड़ दिया था. लिहाजा, कई मंत्रियों के सरकार से बाहर आने पर दबाव आए पीएम बोरिस जॉनसन को भी अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था. गौरतलब है कि सूनक 2015 से ब्रिटेन के सांसद हैं. इससे पहले वह थेरेसा मे की सरकार में भी जूनियर मंत्री रह चुके हैं. गौरतलब है कि ऋषि सुनक भारतीय आईटी उद्योगपति नारायण मूर्ति के दामाद हैं. ऋषि सुनक की पत्नी का नाम अक्षता मूर्ति है, जो भारत के अरबपति एन. नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति की बेटी हैं. 

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पीएम की रेस में हैं एक और भारतीय
भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रेस में सबसे आगे हैं. वहीं, ब्रिटेन का प्रधानमंत्री का नेतृत्व परिवर्तन प्रक्रिया इसलिए भी भारतीयों के लिए दिलचस्प है, क्योंकि ब्रिटेन में पीएम की दौड़ में एक और भारतीय मूल के संसद सदस्य अटॉर्नी जनरल सुएला ब्रेवरमैन आ गए हैं. वह 2015 से सांसद है. दरअसल, गोवा मूल की सुएला ब्रेवरमैन इस वक्त ब्रिटिश कैबिनेट में अटॉर्नी जनरल हैं. गौरतलब है कि ब्रिटेन में पीएम की रेस में शामिल होने के लिए सांसदों को कम से 20 सांसदों के समर्थन की जरूरत पड़ती है. सुएला को इसके लिए जरूरी मत मिल गए हैं.

5 सितंबर को होगी नए पीएम की घोषणा
ब्रिटेन के चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक कंजरवेटिव पार्टी के नेता के रूप में बोरिस जॉनसन के उत्तराधिकारी की घोषणा 5 सितंबर को होगी. पार्टी की कोशिश है कि पीएम की कुर्सी पर साफ छवि के व्यक्ति को बैठाया जाए, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों से कई घोटालों के कारण पार्टी की लोकप्रियता गिर चुकी है. लिहाजा, पार्टी अपनी लोकप्रियता को दोबारा पाने के लिए बेदाग छवि के पीएम का चुनकर लाना चाहती है.