रविवार को उत्तर कोरिया के हाइड्रोजन बम के परीक्षण के बाद ब्रिक्स सम्मेलन में रूस और चीन ने एकजुट होकर कदम उठाने का फैसला किया है। चीनी मीडिया शिन्हुआ के अनुसार परमाणु हथियार को लेकर अंतरराष्ट्रीय नियमों की अनदेखी करने को लेकर उत्तर कोरिया के खिलाफ रूस और चीन ने हाथ मिलाया है।
इसको लेकर रूस और चीन ने एक साझा समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। उत्तर कोरिया के अनुसार इस बम को इंटरकॉन्टीनेंटियल बैलिस्टिक मिसाइल में लोड किया जा सकता है।
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इस बीच, चीनी विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि वो उत्तर कोरिया द्वारा किये गये परमाणु परीक्षण का विरोध करते हुये इसकी निंदा करते है। दोनों नेताओं ने कोरियाई प्रायद्वीप पर डी-नाइयूक्लाइरेजशन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सहभागिता और संचार को बढ़ावा देने पर सहमत हुये हैं।
इससे पहले, भारत ने उत्तर कोरिया द्वारा किए गए परमाणु परीक्षण की निंदा की और इस तरह के कार्यों जिससे क्षेत्र में शांति और स्थिरता प्रभावित हों उन कार्यों से प्योंगयांग को बचने के लिये कहा है।
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Source : News Nation Bureau