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Covaxin खरीद पर मचे बवाल के बीच ब्राजील ने रद्द किया कॉन्ट्रैक्ट, 324 मिलियन डॉलर की थी डील

ब्राजील ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की खरीद के अनुबंध को रद्द कर दिया है. ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्री ने इसकी घोषणा की है. 

Updated on: 30 Jun 2021, 08:06 AM

highlights

  • कोवैक्सीन की खरीद पर फरवरी में हुई डील
  • ब्राजील से 324 मिलियन डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट
  • ब्राजील में वैक्सीन की कीमत पर बवाल हुआ
  • विवाद के बाद ब्राजील ने डील को रद्द किया

नई दिल्ली:

भारत में बनी कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) की खरीद को लेकर ब्राजील में बवाल मचा है. आरोप वैक्सीन की खरीद में भ्रष्टाचार के हैं, जिसको लेकर पूरा विवाद खड़ा हुआ है. 'भारत बायोटेक' की कोविड-19 वैक्सीन की खरीद को लेकर कॉन्ट्रैक्ट में कुछ अनियमितताएं के भी आरोप हैं. मामले में ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के खिलाफ जांच भी शुरू हो चुकी है और इस बीच अब ब्राजील ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की खरीद के अनुबंध को रद्द कर दिया है. ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्री ने इसकी घोषणा की है. 

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ब्राज़ील के स्वास्थ्य मंत्री मार्सेलो क्विरोगा ने भारत के साथ कोरोना वैक्सीन को लेकर हुए 324 मिलियन डॉलर के अनुंबध को तोड़ने की बात कही है. स्वास्थ्य मंत्री ने घोषणा की कि अनियमितताओं के आरोपों पर विवाद के बाद अनुबंध को ब्राजील निलंबित कर देता है. बता दें कि ब्राजील को भारत में बने कोरोना टीके कोवैक्सिन की 20 मिलियन खुराक खरीदनी थी, जिसके लिए फरवरी में 324 मिलियन डॉलर का समझौता हुआ था. 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, संघीय नियंत्रक जनरल (सीजीयू) वैगनर रोसारियो के प्रमुख स्वास्थ्य मंत्री मार्सेलो क्विरोगा के साथ मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि एजेंसी वैक्सीन खरीदने की प्रक्रिया की जांच करेगी. ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्री क्विरोगा ने कहा कि उनका मंत्रालय उठाए जा रहे मुद्दे के सभी पहलुओं को सत्यापित करने के लिए एक प्रशासनिक जांच करने जा रहा है. उन्होंने कहा कि जैसे ही हमारे पास अधिक ठोस डेटा होगा, हम संवाद करेंगे.

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दरअसल. ब्राजील के राष्ट्रपति बोल्सोनारो पर कोरोनावायरस के टीके खरीदने के सौदे में संभावित भ्रष्टाचार की अनदेखी करने का आरोप लगाया जा रहा है. डील को लेकर आरोप हैं कि ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी पर भारत बायोटेक की कोवैक्सीन खरीदने का दबाव बनाया गया था. राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो को इस डील की पूरी जानकारी थी, मगर इसके बावजूद उन्होंने डील को नहीं रोका और ब्राजील को महंगी कोवैक्सीन खरीदनी पड़ी. इन आरोपों के साथ ब्राजील में विवाद शुरू हुआ.