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गणतंत्र दिवस पर बोरिस जॉनसन की मौजूदगी नए युग का प्रतीक होगी : सरकार

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने जनवरी में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए बहुत ही उदार निमंत्रण भी स्वीकार किया है, जो एक बड़ा सम्मान है. जॉनसन के पिछले साल कार्यभार संभालने के बाद यह उनकी पहली बड़ी विदेश यात्रा होगी.

Updated on: 15 Dec 2020, 08:15 PM

नई दिल्ली:

भारत ने मंगलवार को कहा कि अगले महीने गणतंत्र दिवस समारोह में ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की उपस्थिति 'नए युग का प्रतीक' होगी. मंगलवार को चार दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे ब्रिटेन के विदेश सचिव डोमिनिक राब ने इसे एक महान सम्मान बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जॉनसन ने गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनने के लिए भारत के 'बहुत ही उदार' आमंत्रण को स्वीकार कर लिया है.

उन्होंने मंगलवार की दोपहर कहा, मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने प्रधानमंत्री मोदी को अगले साल यूके-होस्ट जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने जनवरी में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए बहुत ही उदार निमंत्रण भी स्वीकार किया है, जो एक बड़ा सम्मान है. जॉनसन के पिछले साल कार्यभार संभालने के बाद यह उनकी पहली बड़ी विदेश यात्रा होगी.

अपनी भारत यात्रा को लेकर बोरिस ने कहा है कि अगले वर्ष की शुरुआत में भारत की यात्रा को लेकर मैं बहुत ही खुश हूं. वहीं गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनने के निमंत्रण को ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा स्वीकार किए जाने पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, यह भारत ब्रिटेन संबंधों के नए युग की शुरुआत का प्रतीक होगा. यह 27 साल के अंतराल के बाद होगा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री अगले महीने भारत के 70वें गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि होंगे.

आपको बता दें कि इससे पहले 1993 में यानि कि 28 साल पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉन मेजर ने नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में भाग लिया था. प्रधानमंत्री जॉनसन ने भारत के विशाल बाजार को देखते हुए भारत के साथ एक मुक्त व्यापार समझौते की पेशकश की है. अगले महीने जॉनसन की नई दिल्ली यात्रा दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता के लिए महत्वपूर्ण होगी.