अफगानिस्तान की राजधानी में पुलिस थाने के बाहर बुधवार को एक कार बम विस्फोट में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा घायल हो गए. घायलों में महिलाएं व बच्चे शामिल हैं. तालिबान ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है. इसे एक आत्मघाती हमला बताया जा रहा है. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नसरत रहीमी ने एक बयान में कहा कि यह हमला स्थानीय समयानुसार सुबह 9 हुआ, जब एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन को पुलिस डिस्ट्रिक 6 के पुलिस थाने के मुख्य द्वार से टकरा दिया.
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, भयावह विस्फोट की वजह से दर्जनों घर, दुकानें व इमारतें तबाह हो गईं या बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं. इस इलाके में एक सैन्य अकादमी भी है. एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, इस विस्फोट से धुंए का एक बड़ा गुबार उठा, जिसे शहर के विभिन्न क्षेत्रों से देखा जा सकता था. स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता वाहिदुल्ला मायर ने ट्विटर पर कहा कि घायलों को काबुल के कुछ अस्पतालों में भेज दिया गया है.
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने एक ट्वीट में इस घटना का दावा करते हुए कहा कि पुलिस स्टेशन के पास एक शत्रु भर्ती केंद्र को निशाना बनाकर यह आत्मघाती हमला किया गया. मुजाहिद ने दावा किया कि "10 पुलिसकर्मियों और सैनिकों को मार गिराया गया है." यह घटना मंगलवार को पांच पुलिस अधिकारियों की मौत के बाद हुई है. मंगलवार की घटना में एक साइकिल पर विस्फोटक रखा गया था और उत्तर पश्चिमी काबुल में काउंटर नारकोटिक्स डिपार्टमेंट के एक वाहन के गुजरते ही उसमें विस्फोट हुआ.
कतर में अमेरिका और तालिबान विद्रोहियों के प्रतिनिधिनियों के बीच चल रही शांति वार्ता के आठवें दौर के दौरान ये हमले हुए, जहां ये दोनों ही पक्ष दो दशकों से चल रहे युद्ध की समाप्ति को लेकर एक समझौते पर बातचीत कर रहे हैं. वार्तालाप के बावजूद शहर में एक के बाद एक हो रहे हमलों का दौर जारी है, जिसमें अफगानिस्तान की राजधानी काबुल भी शामिल है. इसके परिणामस्वरूप कई लोगों की मौत हो चुकी है. यूएन का कहना है कि इस तरह के हमले समझौते में अपने पक्ष को मजबूत बनाने का विद्रोहियों का एक प्रयास है.
Source : आईएएनएस