logo-image

भारत के कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर बिल गेट्स ने की भारत की तारीफ, कही ये बड़ी बात

माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के संस्थापक बिल गेट्स (Bill Gates) ने कोरोना वायरस वैक्सीन के निर्माण में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका के लिए सराहना की है.

Updated on: 05 Jan 2021, 04:26 PM

नई दिल्ली:

ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने सीरम इंस्टीट्यूट (Serum Institute of India-SII) की 'कोविशील्ड' (Covishield) और भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की 'कोवैक्सीन'  (Covaxine) के आपातकालीन उपयोग के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत में अगले हफ्ते से कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू हो सकता है. 

यह भी पढ़ें: नई संसद का रास्ता साफ, सुप्रीम कोर्ट ने सेंट्रल विस्टा परियोजना को सही ठहराया

माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के संस्थापक बिल गेट्स (Bill Gates) ने कोरोना वायरस वैक्सीन के निर्माण में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका के लिए सराहना की है. उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग किए गए ट्टीट के जरिए भारत की वैज्ञानिक क्षमता, नवाचार और वैक्सीन के उत्पादन की क्षमता की तारीफ की है. उन्होंने इसके लिए भारतीय नेतृत्व को लेकर खुशी भी जाहिर की है.

 

बता दें कि भारत में केडिला हेल्थकेयर की जायकोव-डी को भी तीसरे चरण के ​क्लीनिकल ट्रायल करने की अनुमति मिल गई है. 

यह भी पढ़ें: चीन ने LAC पर तैनात किए टैंक, भारत संग युद्ध की तैयारी? 

कोविशील्ड (Covishield)
सीरम इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंडिया ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर कोविशील्‍ड वैक्‍सीन बनाई है. इस वैक्‍सीन का आधिकारिक नाम AZD1222 है. 'कोविशील्ड' ट्रायल में 90 फीसदी तक असरदार है और सभी उम्र के लोगों पर कारगर है. इसका रखरखाव अन्‍य वैक्‍सीन के मुकाबले काफी आसान है. इसे सामान्य तापमान पर भी स्टोर किया जा सकता है. दूसरी ओर, मॉडर्ना और फाइजर की ओर से विकसित वैक्सीन के रखरखाव के लिए -20 से -80 डिग्री तक के तापमान की जरूरत होती है. इसकी एक डोज की कीमत करीब 500 रुपये होगी, तो फाइजर की एक डोज की कीमत 19.50 डॉलर यानी करीब 1450 रुपये और मॉडर्ना की वैक्सीन की कीमत 25 से 37 डॉलर यानी करीब 1850-2700 रुपये के बीच होगी.

यह भी पढ़ें: कोरोना के नए स्ट्रेन से दहशत में ब्रिटेन, फिर लगा लॉकडाउन

कोवैक्सीन (Covaxine)
कोवैक्सीन (Covaxine) भारत की दूसरी वैक्‍सीन है, जिसके इमरजेंसी यूज की मंजूरी मिली है. चिकित्सा अनुसंधान निकाय ICMR के सहयोग से भारत बायोटेक ने इस वैक्‍सीन को विकसित किया है. भारत बायोटेक ने नवंबर के मध्य में Covaxine के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू किया था. हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक इससे पहले पोलियो, रोटा वायरस और ज़ीका वायरस का वैक्‍सीन विकसित कर चुकी है. कोवैक्सीन की अनुमानित कीमत 100 रुपये के आसपास बताई जा रही है.