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अमेरिकी सेना के मेजर का बड़ा बयान- काबुल एयरपोर्ट सुरक्षित है

अफगानिस्तान में तालिबान बाद जारी संकट के बीच अमेरिकी सेना के मेजर जनरल विलियम हैंक टेलर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि काबुल में अमेरिका के करीब 52,00 सैनिक मौजूद हैं. काबुल एयरपोर्ट सुरक्षित है

Updated on: 19 Aug 2021, 10:35 PM

highlights

  • अफगानिस्तान में जारी संकट के बीच अमेरिकी सेना के मेजर का बड़ा बयान 
  • काबुल में अमेरिका के करीब 52,00 सैनिक मौजूद हैं- अमेरिकी सेना के मेजर जनरल विलियम "हैंक" टेलर
  • अफगानिस्तान के काबुल से 7,000 लोगों को सुरक्षित निकाला - अमेरिकी सेना के मेजर जनरल विलियम "हैंक" टेलर

नई दिल्ली:

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे बाद जारी संकट के बीच अमेरिकी सेना के मेजर जनरल विलियम हैंक टेलर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि काबुल में अमेरिका के करीब 52,00 सैनिक मौजूद हैं. काबुल एयरपोर्ट सुरक्षित है और वहां से फ्लाइट ऑपरेशन जारी है. अफगानिस्तान में फंसे लोगों को लेकर अमेरिकी सेना के मेजर ने कहा कि हमनें 14 अगस्त से लेकर अब तक अफगानिस्तान के काबुल से 7,000 लोगों को सुरक्षित निकाला है. इससे पहले अमेरिकी प्रशासन के तरफ से एक बयान आया था. जिसमें अमेरिकी प्रशासन ने तालिबान को हथियार न बेचने का फैसला लिया है.

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गौरतलब है कि अफगानिस्तान में अमेरिकी व नाटो सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है. बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान का यह दूसरा शासनकाल है. 20 वर्ष पहले तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता पर पहली बार काबिज हुआ था. तालिबान अपने पहले शासनकाल में भी अफगानिस्तान में आंतक मचाया था. उस दौरान भी तालिबान ने निहत्थे लोगों की जान ली थी. इस बार भी तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर आंतक की परिभाषा को जीवित कर निहत्थे लोगों को गोली के बल पर मौत के घात उतार रहा है. 

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हालांकि तालिबान पर कई देशों ने शिंकजा कसना शुरु कर दिया है. बंदूक के बल पर अफगानिस्तान पर कब्जा करने वाले तालिबान के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाना अब संभव नहीं है. तालिबान की हकीकत अफगानिस्तान से क्रूरता की आती तस्वीरों से दुनिया देख रही है. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक अफगानिस्तान से आती तस्वीरों ने वैश्विक समुदाय के मन में अविश्वास भर दी है. अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे बाद अशरफ गनी के काल में अफगानिस्तान को जो अंतरराष्ट्रीय मदद मिल रही थी, उस पर भी बहरहाल प्रतिबंध लगभग लग गए हैं. रिपोर्टस के मुताबिक सबसे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने अफगानिस्तान की 706 अरब रुपये की संपत्ति को फ्रीज कर दी है.