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पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमतें आसमान पर, 272 पीकेआर प्रति लीटर मिल रहा अब

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये की कीमत गिरने और प्लैट्स सिंगापुर की ओर से पंजीकृत कीमतों में वृद्धि को पेट्रोल की कीमतों (Petrol Hike) में इजाफे के लिए जिम्मेदार ठहराया है.

Updated on: 16 Mar 2023, 05:33 PM

highlights

  • अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये की कीमत और गिरी
  • प्लैट्स सिंगापुर की ओर से पेट्रोल-डीजल की पंजीकृत कीमतों में वृद्धि
  • मिट्टी के तेल के दाम में सरकार की देनदारी घटाकर 2.56 पीकेआर

इस्लामाबाद:

पवित्र महीने रमजान (Ramzan) के शुरू होने में कुछ ही दिन बचे हैं. इस बीच पाकिस्तान (Pakistan) सरकार ने पेट्रोल की कीमत 272 पाकिस्तानी रुपये प्रति लीटर कर दी है. इससे पहले से ही महंगाई से परेशान लोगों पर दबाव और भी ज्यादा बढ़ गया है. पाकिस्तान स्थित जियो न्यूज के अनुसार पाकिस्तान के वित्त प्रभाग ने अपने पखवाड़े के बुलेटिन में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये की कीमत गिरने और प्लैट्स सिंगापुर की ओर से पंजीकृत कीमतों में वृद्धि को पेट्रोल की कीमतों (Petrol Hike) में इजाफे के लिए जिम्मेदार ठहराया है. गौरतलब है कि जबर्दस्त आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भी राहत पैकेज देने से लगभग इंकार कर दिया है.

हाई स्पीड डीजल 13 पीकेआर महंगा
पाकिस्तान के वित्त प्रभाग की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है, 'नए सूरत-ए-हाल के अनुक्रम में पेट्रोल की कीमत में 5 पाकिस्तानी रुपये प्रति लीटर और हाई-स्पीड डीजल की कीमत में 13 पाकिस्तानी रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की गई है.'  मिट्टी के तेल के दाम में सरकार की देनदारी घटाकर 2.56 पाकिस्तानी रुपये रखी गई है. इसी तरह सरकारी बकाये को भी समायोजित कर लाइट डीजल तेल की कीमत को स्थिर रखा गया है. पेट्रोल-डीजल समेत मिट्टी के तेल की नई कीमतें गुरुवार रात 12 बजे से लागू हो गईं हैं और 31 मार्च तक लागू रहेंगी.

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28 फरवरी में घटाई थी कीमतों
पाकिस्तान सरकार ने 28 फरवरी को अगले पखवाड़े के लिए पेट्रोल की कीमत 5 रुपये पाकिस्तानी रुये प्रति लीटर घटाकर 267 पीकेआर प्रति लीटर कर दी थीं, जो कि बाजार के तबके आकलन के विपरीत था. इसकी वजह बताई गई कि यह उम्मीद थी कि सरकार अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष को खुश करने के लिए दर में वृद्धि करेगी. जबर्दस्त ऋण नकदी की तंगी झेल रहे पाकिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का राहत पैकेज अब काफी महत्वपूर्ण हो चला है. हालांकि, जहां लोग रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए जद्दोजेहद कर रहे हैं, ऐसे में पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी से महंगाई और बढ़ने के संकेत हैं. रमजान के आगामी महीने में महंगाई सातवें आसमान पर पहुंच सकती है, जो पहले से ही 50 साल के उच्च स्तर के करीब है.